प्रतीकात्मक फोटो.
महाराष्ट्र में दूध उत्पादक किसानों की हड़ताल को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस गुरुवार को विपक्षी नेताओं के साथ बैठक करेंगे. सीएम ने दूध उत्पादकों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की घोषणा भी की है.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने बुधवार को राज्य विधानसभा में ऐलान किया कि वर्तमान में चल रही दूध की हड़ताल के दौरान दुग्ध उत्पादकों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे. फड़णवीस ने हालांकि स्पष्ट किया कि ऐसे लोगों पर दर्ज मामले वापस नहीं लिए जाएंगे जो दुग्ध उत्पादक तो नहीं हैं लेकिन उन पर हड़ताल के दौरान हिंसा में संलिप्त होने के आरोप हैं. नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे - पाटिल के इस मुद्दे पर दिए गए बयान के जवाब में फडणवीस ने यह घोषणा की.
महाराष्ट्र में दूध पर 5 रुपये सब्सिडी देने की मांग को लेकर दुग्ध उत्पादक किसान सोमवार से आंदोलन कर रहे हैं. स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आंदोलन और तेज कर दिया. किसान नेता और सांसद राजू शेट्टी गुजरात से आने वाली दूध की गाड़ियों को रोकने के लिए रात भर मुम्बई-अहमदाबाद हाईवे के दापचेरी नाके पर खुद ही डेरा डाले रहे. कोल्हापुर के जयसिंह तहसील के शिरोल गांव में स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के कार्यकर्ताओं ने दूध के टैंकर में आग लगा दी.Nagpur: Chief Minister Devendra Fadnavis to hold a meeting tomorrow with leaders of the opposition in the legislative assembly and council over milk farmer's protest. #Maharashtra
— ANI (@ANI) July 18, 2018
#Maharashtra: Workers of Swabhimani Shetkari Sangathna vandalised 3 State Transport buses in Buldhana, yesterday. The organisation is demanding price hike for milk farmers. pic.twitter.com/JaZ2RfYYRS
— ANI (@ANI) July 18, 2018
VIDEO : न्यूनतम कीमत 27 रुपये प्रति लीटर करने की मांग
स्वाभिमानी पक्ष के सांसद राजू शेट्टी ने बुधवार को कहा कि वह महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन से मिलेंगे और बातचीत करेंगे. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाजन को शेट्टी से मिलने को कहा है ताकि आंदोलन खत्म कराया जा सके. गुजरात सीमा के नजदीक दहानु में डेरा डाले शेट्टी ने इस बात की पुष्टि की कि उन्हें महाजन से बातचीत का न्योता मिला है. शेट्टी ने कहा , ‘‘मैं उनसे आज रात मिलूंगा, लेकिन मेरी मांगें बदली नहीं हैं. मैं दूध की खरीद की कीमत में प्रति लीटर पांच रुपये की वृद्धि चाहता हूं और मैं इससे पीछे नहीं हटने जा रहा हूं.’’
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