जम्मू कश्मीर की कमान जल्द ही महबूबा मुफ्ती को सौंप सकते हैं सीएम सईद

जम्मू कश्मीर की कमान जल्द ही महबूबा मुफ्ती को सौंप सकते हैं सीएम सईद

मुफ्ती मोहम्मद सईद (फाइल फोटो)

जम्मू:

जम्मू-कश्मीर के राजनैतिक गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि राज्य के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद स्वास्थ्य वजहों से जल्द ही सत्ता की कमान अपनी पुत्री महबूबा मुफ्ती को सौंप सकते हैं।

1999 में जम्मू एवं कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की स्थापना करने वाले सईद (79) नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की सघन चिकित्सा इकाई में 24 दिसंबर से भर्ती हैं। उनकी छाती में संक्रमण है। उनकी देखभाल उनकी पत्नी गुलशन आरा, पुत्री महबूबा मुफ्ती और पुत्र तसद्दुक सईद कर रहे हैं। आधिकारिक बयानों में बताया गया है कि सईद की सेहत में सुधार है।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने 29 दिसंबर को एम्स का दौरा कर चिकित्सकों से सईद की हालत की जानकारी ली थी। सईद के बीमार पड़ने से पहले से ही इस बात की चर्चा मीडिया में आने लगी थी कि सईद पहली मार्च 2016 को सत्ता में रहने का एक साल पूरा करने के बाद सत्ता महबूबा को सौंप देंगे।

महबूबा इस वक्त पीडीपी की प्रमुख हैं। पीडीपी, भाजपा के साथ मिलकर जम्मू एवं कश्मीर पर शासन कर रही है। भाजपा से हुए समझौते के मुताबिक सईद सरकार के पूरे कार्यकाल, छह साल तक मुख्यमंत्री रहेंगे। भाजपा के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी महबूबा को मुख्यमंत्री बनाने का विरोध नहीं करेगी। लेकिन, यह तय है कि सत्ता में और अधिक हिस्सेदारी की मांग जरूर करेगी।

बीते महीने एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में सईद ने कहा था कि महबूबा मुख्यमंत्री बनेंगी या नहीं, इसका फैसला पीडीपी लोकतांत्रिक प्रक्रिया से करेगी। सईद ने कहा था कि महबूबा लोगों की समस्याओं को उठा रही हैं और उनकी मेहनत को हर कोई देख सकता है। सईद के करीबी एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा, "यह सभी अटकलें हैं। मुफ्ती साहब की सेहत तेजी से सुधर रही है। इंशाअल्लाह वह जल्द ही कामकाज संभाल लेंगे।"

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यह आशावाद अपनी जगह, लेकिन सच यही है कि स्वस्थ होकर लौटने के बाद भी चिकित्सक सईद को आराम करने की ही सलाह देंगे। ऐसे में किसी को सरकार की जिम्मेदारी संभालनी होगी। अगर ऐसी स्थिति पैदा हुई तो फिर महबूबा मुफ्ती पीडीपी और भाजपा के लिए अपरिहार्य विकल्प होंगी।