यह ख़बर 27 दिसंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

मुजफ्फरनगर कैंप्स : यूपी के प्रधान सचिव का बेतुका बयान, ठंड से कोई नहीं मरता

लखनऊ:

मुजफ्फरनगर दंगा राहत शिविरों में साजिश संबंधी समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बयान पर बवाल के बाद अब गृह विभाग के प्रमुख सचिव का शिविरों में किसी भी बच्चे की ठंड से मौत नहीं होने संबंधी बयान भी सरकार के लिए जी का जंजाल बन गया है। विपक्ष ने इसे संवेदनहीनता और कुतर्क की पराकाष्ठा करार देते हुए सरकार से इस्तीफे की मांग की है।

गृह विभाग के प्रमुख सचिव अनिल कुमार गुप्ता ने राहत शिविरों में बच्चों की मौत की जांच संबंधी एक उच्चस्तरीय समिति की रिपोर्ट की जानकारी देने के लिए बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि राहत शिविरों में ठंड से किसी की मौत नहीं हुई है। ठंड से कभी कोई नहीं मरता। अगर ठंड से किसी की मौत होती तो दुनिया के सबसे ठंडे इलाके साइबेरिया में कोई जिंदा नहीं बचता, हालांकि उन्होंने माना था कि रिपोर्ट में निमोनिया के तीन-चार मामले बताए गए हैं।

इससे पहले सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने भी कुछ इसी तरह का बयान देकर विवाद खड़ा किया था। मुलायम ने कहा था कि कैंपों में कोई पीड़ित नहीं रह रहा है, जो लोग हैं वे बीजेपी और कांग्रेस के लोग हैं, जो साजिश के तहत वहां टिके हुए हैं।

एक तरफ राहत कैंपों में बदइंतजामी की वजह से मौत का सिलसिला जारी है और सरकार लगातार असंवेदनशील बनी हुई है।

इस बयान पर सभी ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। सीपीएम नेता वृंदा करात ने कहा कि यह गैर-संवेदनशील बयान है। ये लोग घाव पर आप नमक डाल रहे हैं, क्योंकि सभी जानते हैं कि जब कोई कुपोषण का शिकार है या कमजोर है, फिर वे लोग जिस हालत में रह रहे हैं, ज्यादा ठंड बर्दाश्त नहीं कर सकते। सभी जानते हैं कि दंगों के पीड़ित कैंपों में किस तरह रह रहे हैं।

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संवदेहीन और गैर-जिम्मेदाराना बयान है। पहले मुलायम ने कहा था कि कैंप में कोई दंगा पीड़ित ही नहीं है और अब प्रधान सचिव के इस बयान की हम घोर निंदा करते हैं।

'आप' नेता कुमार विश्वास ने कहा कि सत्ता का अहंकार इसके पीछे बोल रहा है। 2014 में जनता इसका जवाब देगी।

बीएसपी नेता सुधीन्द्र भदोरिया ने कहा है कि यूपी के सचिव का इस तरह से उनका मजाक उड़ाना, साइबेरिया से तुलना करना, शर्मनाक और निंदनीय है। उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

यूपी के गृह सचिव के बयान को लेकर ट्वीटर पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं :-

उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया है कि ठंड से नहीं मर सकते.... उन्हें कम कपड़ों में बाहर भेजिए और देखिए कि उनका सुर तुरंत बदल जाता है कि नहीं।

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वरिष्ठ पत्रकार तवलीन सिंह ने ट्वीट किया है कि शामली और मुजफ्फरनगर के कैंपों में बच्चों की मौत पर यूपी के अफसरों की ऐसी निष्ठुरता दुखद है।