नजमा हेपतुल्ला और जीएम सिद्धेश्वरा ने दिया इस्तीफा (फाइल तस्वीर)
खास बातें
- कैबिनेट में 75 साल पार कर चुके मंत्रियों में शामिल थीं नजमा
- जीएम सिद्धेश्वरा ने भी दिया इस्तीफा
- राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो का विभाग बदला गया
नई दिल्ली: अल्पसंख्यक मामलों की केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। नजमा केंद्रीय कैबिनेट में 75 साल पार कर चुके मंत्रियों में शामिल थीं। मुख्तार अब्बास नकवी को प्रमोशन देते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का राज्यमंत्री का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है।
नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि उन्होंने निजी कारणों की वजह से इस्तीफा दिया है। उन्होंने लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त किया। नजमा ने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री की अत्यंत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे अपने मंत्रिमंडल में अवसर और सम्मान दिया जहां मुझे काफी अनुभव मिला और 'सबका साथ सबका विकास' के प्रति उनकी (मोदी) उम्मीदों को पूरा करने का प्रयास किया।' उन्होंने कहा, 'मैं भविष्य में मुझे दी जाने वाली किसी भी जिम्मेदारी के लिए उपलब्ध रहूंगी।'
कर्नाटक से राज्यमंत्री जीएम सिद्धेश्वरा ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सिद्धेश्वरा भारी उद्योग मंत्रालय में राज्यमंत्री थे। उनकी जगह अब बाबुल सुप्रियो लेंगे, जो अभी तक शहरी विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री थे। पिछले मंगलवार को कैबिनेट फेरबदल में जिन छह मंत्रियों का इस्तीफा होना था, उनमें सिद्धेश्वरा का नाम भी शामिल था। पांच मंत्रियों ने तो उस दिन ही इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उस दिन सिद्धेश्वरा का जन्मदिन था और अपने संसदीय क्षेत्र में उन्होंने एक बड़ी रैली की थी, इसलिए उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से इस्तीफा देने के लिए कुछ वक्त मांगा था। इन दो मंत्रियों के इस्तीफे के बाद मोदी मंत्रिमंडल में अब कुल 76 मंत्री हैं, जबकि अधिकतम 82 मंत्री हो सकते हैं।
पिछले हफ्ते कैबिनेट के विस्तार और फेरबदल में 19 नए चेहरों को शामिल किया गया था, वहीं कई मंत्रियों के विभाग भी बदले गए थे। इनमें सबसे बड़ा बदलाव स्मृति ईरानी के विभाग में हुआ, जिन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जगह कपड़ा मंत्रालय सौंपा गया। कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रमोट हुए प्रकाश जावड़ेकर को स्मृति की जगह मानव संसाधन मंत्री बनाया गया।