Congress-NCP और शिवसेना की चिट्ठी से नया मोड़? दस्तखत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के, उद्धव ठाकरे का जिक्र तक नहीं

महाराष्ट्र मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि कल यानी 27 नवंबर तक विधानसभा में बहुमत का परीक्षण किया जाए. इसके साथ ही कोर्ट ने आदेश दिया है कि विधायकों का शपथग्रहण 5 बजे के पहले कर लिया जाए.

Congress-NCP और शिवसेना की चिट्ठी से नया मोड़? दस्तखत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के, उद्धव ठाकरे का जिक्र तक नहीं

खास बातें

  • चिट्ठी से दो उठे अहम सवाल
  • किसके नेतृत्व में बनेगी सरकार?
  • कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
नई दिल्ली:

महाराष्ट्र मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि कल यानी 27 नवंबर तक विधानसभा में बहुमत का परीक्षण किया जाए. इसके साथ ही कोर्ट ने आदेश दिया है कि विधायकों का शपथग्रहण 5 बजे के पहले कर लिया जाए और प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति हो. कोर्ट ने कहा कि फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया का लाइव प्रसारण भी किया जाए. इससे पहले रविवार को ही Congress-NCP और शिवसेना गठबंधन ने राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है. लेकिन जो राज्यपाल जो पत्र सौंपा गया है उसमें यह नहीं बताया गया कि किसके नेतृत्व में सरकार बनेगी? मुख्यमंत्री कौन बनेगा? यह भी दिलचस्प है कि मराठी भाषा में लिखे इस पत्र पर कांग्रेस के विधायक दल के नेता के नहीं बल्कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के हस्ताक्षर हैं?  अभी तक कांग्रेस विधायक दल का नेता नहीं चुना गया है तो फिर क्या प्रदेश अध्यक्ष के हस्ताक्षर को राज्यपाल मानेंगे. क्योंकि अभी तक यही बताया जा रहा था कि उद्धव ठाकरे ही गठबंधन की ओर से सीएम होंगे अब भी शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे हैं. आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर राजभवन में दी जाने वाली चिट्ठियां अहम हो गई हैं. dvkv66i

आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था. शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. इसी लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई. इसके बाद कई दौर की बैठकों के बाद Congress-NCP और शिवसेना ने फैसला किया कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई में सरकार बनाई जाए और शनिवार को तीनों दल राजभवन जाकर दावा पेश करने वाले थे. लेकिन बीजेपी ने रात में ही अजित पवार से मिलकर बाजी पलट दी और सुबह 8 बजे ही सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ले ली उनके साथ अजित पवार डिप्टी सीएम बन गए. 

जयंत पाटिल और छगन भुजबल कर रहे हैं अजित पवार से मुलाकात

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