भारत के महत्‍वाकांक्षी मून मिशन चंद्रयान-2 के लॉन्‍च पर पाकिस्तानियों ने कह डाली यह बात...

भारत ने 22 जुलाई को चंद्रयान-2 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. चंद्रयान-2 निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 20 अगस्त को चांद पर पहुंचेगा.

भारत के महत्‍वाकांक्षी मून मिशन चंद्रयान-2 के लॉन्‍च पर पाकिस्तानियों ने कह डाली यह बात...

भारत ने 22 जुलाई को चंद्रयान-2 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया था (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली:

चंद्रयान-2 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण करने पर पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया में भारत की इस उपलब्धि की सराहना की जा रही है. पाकिस्तान के लोगों का कहना है कि पाकिस्तान को भारत से सीख लेने की जरूरत है. लाहौर स्थित यूट्यूबर साना अमजद की एक वीडियो में एक व्यक्ति ने कहा है- "अच्छा कदम, प्रौद्योगिकी में वे हमेशा बहुत आगे हैं. पाकिस्तान को इससे सीखना चाहिए." भारत ने 22 जुलाई को चंद्रयान-2 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. चंद्रयान-2 निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 20 अगस्त को चांद पर पहुंचेगा. वीडियो में एक अन्य व्यक्ति ने कहा- "हम इसकी सराहना करते हैं. हमें उनसे सीखना चाहिए और यह निर्णय लेना चाहिए कि हमें क्या करना चाहिए." हालांकि कुछ लोगों ने सचेत करते हुए कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की प्रगति ने पाकिस्तान के लोगों को एक खतरनाक पड़ोस में ला खड़ा कर दिया है, इसलिए देश को युवाओं और विज्ञान व प्रौद्योगिकी पर निवेश करना चाहिए. वहीं, इजरायल, अमेरिका और जर्मनी समेत कई देशों के दूतावासों की ओर से भारत की अंतरिक्ष एजेंसी की बड़ी छलांग का स्वागत किया गया है.

चंद्रयान 2 की सफलता पर चीन ने दी भारत को बधाई, कही यह बात...
चंद्रयान 2 के सफल प्रक्षेपण पर चीन ने  भारत को बधाई दी है. चीन के चंद्रमा अन्वेषण कार्यक्रम के प्रमुख ने सोमवार को भारत को चंद्रयान 2 के सफल प्रक्षेपण पर बधाई दी और कहा कि चीन अपने चंद्र मिशन पर सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहा है और वह अपने अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम की योजना किसी अन्य देश की प्रतिस्पर्धा में नहीं बना रहा है. ‘बाहुबली' नाम का भारत का सबसे ताकतवर रॉकेट जीएसएलवी-एमके 3 एम 1 ऑर्बिटर, लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान के साथ आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित हुआ. 3850 किलोग्राम के चंद्रयान 2 को सोमवार को प्रक्षेपित किया गया और 16 मिनट बाद यह पृथ्वी की कक्षा में स्थापित हो गया. वू वेइरेन ने भारत के चंद्रयान 2 की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी और कहा चीन अपने स्वयं के चंद्र मिशन पर सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहा है और वह अपने अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम की योजना किसी अन्य देश की प्रतिस्पर्धा में नहीं बना रहा है. चीन के सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने वू के हवाले से कहा कि भारत, इजराइल और अमेरिका सहित चंद्रमा के अन्वेषण के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयास जो कि अपने अंतरिक्ष यात्रियों को पांच वर्ष के भीतर चंद्रमा तक भेजने के लिए प्रतिबद्ध हैं, इससे चीन अपने चंद्र मिशन को और विकास करने के लिए प्रेरित होगा.

Chandrayaan-2: इसरो की तारीफ में NASA ने कहा कुछ ऐसा, लोग बोले- "जलन की बू आ रही है"
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी कि इसरो (ISRO) ने सोमवार को श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक चंद्रयान 2 (Chandrayaan-2) का प्रक्षेपण कर दुनिया को दिखा दिया कि भारत स्‍पेस रिसर्च में किसी भी बड़े देश से पीछे नहीं है. चंद्रयान-2 को भारत के सबसे ताकतवर जीएसएलवी मार्क-III रॉकेट से लॉन्च किया गया. इस रॉकेट में तीन मॉड्यूल ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) हैं. इस मिशन के तहत इसरो चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर को उतारने की योजना है. इस बार चंद्रयान-2 का वजन 3,877 किलो है. यह चंद्रयान-1 मिशन (1380 किलो) से करीब तीन गुना ज्यादा है. लैंडर के अंदर मौजूद रोवर की रफ्तार 1 सेमी प्रति सेकंड है. चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण के साथ अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बनने जा रहा है. इसरो की इस उपलब्‍धि पर दुनिया भर के लोग शुभकामनाएं दे रहे हैं. इसी कड़ी में अमेरिका की स्‍पेस एजेंसी नासा (NASA) ने भी इसरो को बधाई दी. नासा ने ट्वीट करते हुए लिखा, "चांद की स्‍टडी करने वाले मिशन चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण के लिए इसरो को बधाई. हमें हमारे डीप स्‍पेस नेटवर्क के जरिए आपके मिशन को सहयोग करने पर गर्व है. आप चांद के दक्षिणी ध्रुव के बारे में जो भी अध्‍ययन करेंगे उसे लेकर हम आशान्वित हैं, जहां हम अपने अर्टेमिस मिशन के जरिए अगले कुछ सालों में अपने अंतरिक्ष यात्री भेजने वाले हैं."

जानें, जब 'चंद्रयान-2' हो रहा था लॉन्च, तब PM मोदी कहां थे और क्या कर रहे थे?
चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) का सोमवार को दिन के 2 बजकर 43 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से सफलता पूर्वक प्रक्षेपण कर दिया गया. चंद्रयान को सबसे शक्तिशाली रॉकेट जीएसएलवी-मार्क III-एम1 दूसरे लॉन्च पैड से लेकर रवाना हुआ है. जिस वक्त चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण हुआ तब पीएम मोदी कहां और क्या कर रहे थे, इसके बारे में भी लोगों को जानने की काफी उत्सुकुता थी. आपको बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑफिस से ही टीवी पर चंद्रयान-2 के लॉन्च की लाइव कवरेज देखी. पीएम ने एक ऑडियो संदेश जारी कर इसरो प्रमुख और उनकी टीम को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग तकनीक कारणों से टलने के बादजूद चंद्रमा पर इसके पहुंचने की तारीख में कोई बदलाव नहीं आया है. पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा, भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है. चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण से आज पूरा देश गौरवान्वित है.

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VIDEO: चांद के रास्ते भारत का मून मिशन 'चंद्रयान-2'



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)