पटना: अपने प्रधानमंत्री बनने को लेकर की गई प्रतिक्रियाओं के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि उनकी इच्छा केवल सांसद बनने की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं देखा। मशहूर सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार की जीवनी पर आधारित एक पुस्तक के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि उनकी इच्छा जीवन में एक बार केवल सांसद बनने की थी। हमने कभी भी मंत्री, मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं संजोया।
अपने खिलाफ भाजपा नेताओं की नकारात्मक टिप्पणियों के बारे में नीतीश ने कहा कि कुछ लोग उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश में लगे हुए हैं..लेकिन वे ऐसा बेकार में कर रहे हैं क्योंकि वे प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा नहीं पालते।
उल्लेखनीय है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद, राकांपा प्रमुख शरद पवार और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने नीतीश की तारीफ करते हुए कहा था कि वह प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं, जबकि विरोधी भाजपा और राजग के अन्य नेताओं ने इस विषय पर नकारात्मक टिप्पणियां की थीं।
‘सुपर 30: चेंजिंग द वर्ल्ड 30 स्टूडेंट्स एट ए टाइम’ के लोकार्पण के अवसर पर सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार की प्रशंसा करते हुए नीतीश ने अपने राजनैतिक संघर्ष को याद किया और कहा कि शुरुआती दिनों में दो बार लगातार विधानसभा चुनाव में पराजित होने पर भी वह निराश नहीं हुए। उन्होंने आनंद के बारे में कहा कि वह बदल रहे बिहार की एक पहचान बन गए हैं।
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