एनआईए अफसर तंजील अहमद के कातिलों का अब तक नहीं कोई सुराग

एनआईए अफसर तंजील अहमद के कातिलों का अब तक नहीं कोई सुराग

एनआईए अफसर तंजील अहमद (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

एनआईए अफसर तंजील अहमद की हत्या की जांच कर रही पुलिस ने कुछ सीसीटीवी फुटेज बरामद किए हैं। फुटेज में न तो संदिग्ध हमलावरों की बाइक का नंबर दिख रहा है और न ही उनके चेहरे। लेकिन इस फुटेज से घटनाक्रम की कड़िया जरूर जुड़ती नजर आ रही हैं।

सीसीटीवी फुटेज मिले
तस्वीरों में दिख रहा है कि रात 1 बजकर 9 मिनट पर दो बाइकों पर सवार कुछ संदिग्ध निकलते हैं। कुछ सेकेंड बाद करीब 1 बजकर 10 मिनट पर एक कार निकलती हुई दिखाई दे रही है। इसके 10 -15 मिनट बाद ही वैगनार कार से जा रहे तंजील अहमद पर हमला हो गया। फुटेज से लगता है कि 2 बाइकों पर 4 लड़के हैं। हालांकि परिवार ने कहा है कि हमलावर दो थे।

शादी में दिखे थे दो संदिग्ध
पुलिस ने उस शादी का वीडियो फुटेज भी जब्त किया है जिसमें तंजील शरीक होकर लौटे थे। पुलिस शादी का वीडियो परिवार के लोगों को भी दिखा रही है। तंजील के भाई का दावा है कि शादी में दो संदिग्धों को देखा था। दोनों काले रंग की पल्सर से आए थे।

बिना बात किए गोली मारी
घटनास्थल पर दो लड़के कार के सामने आ गए। हमलावरों ने दो हथियारों से फायरिंग की। हमलावरों ने बिना बात किए पहली गोली सीने पर मारी। बताया जाता है कि हमले के बाद शुरुआत में पुलिस ने कोई मदद नहीं की। यहां तक कि बिजनौर में अस्पतालों ने भर्ती तक नहीं किया। हत्याकांड के पीछे आपसी रंजिश या प्रॉपर्टी विवाद की आशंका नहीं है।

तीन एजेंसियां जांच में जुटीं
एनआईए, यूपी एसटीएफ और एटीएस की टीमें इस मामले की जांच में जुड़ी हैं। तंजील अहमद के परिवार को एनआईए अपने साथ एनआईए हेडक्वार्टर भी ले गई। तंजील  कई बड़े आतंकी मामलों की जांच में शामिल रहे हैं। माना जा रहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनका मुखबिरों का अच्छा नेटवर्क था, इसलिए हमले के पीछे कोई आंतकी साजिश भी हो सकती है।

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यूपी सरकार ने डीजीपी को सौंपा जांच का जिम्मा
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले में डीजीपी को पूरी जांच की कमान सौंपी है और परिवार को सुरक्षा देने की बात कही है। रविवार की रात में तंजील को दिल्ली में राजकीय सम्मान के साथ सुपर्द ए खाक किया गया। परिवार को इस बात का दुख है कि केंद्र सरकार से कोई भी परिवार को दिलासा देने नहीं पहुंचा।