निर्भया के दोषियों को फांसी : पिता बोले, सालों लंबी लड़ाई से कानून की खामियां पता चलीं, सरकार से करेंगे ठीक करने का आग्रह

Nirbhaya Case Updates: बद्रीनाथ ने कहा कि लड़ाई लंबी रही है, संतुष्ट हूं. समाज से नहीं सिस्टम से शिक़ायत है. बहुत लंबी लड़ाई लड़ी है. लोगों से यही कहूंगा कि बेटे और बेटी के बीच भेद न करें.

निर्भया के दोषियों को फांसी : पिता बोले, सालों लंबी लड़ाई से कानून की खामियां पता चलीं, सरकार से करेंगे ठीक करने का आग्रह

निर्भया के पिता की लोगों से अपील बेटा-बेटी में न करें अंतर

खास बातें

  • दोषियों की फांसी से संतुष्ट: निर्भया के पिता
  • लड़ाई के बाद पता चली कानून में खामियां: पिता
  • सरकार से करेंगे ठीक करने का आग्रह

निर्भया गैंगरेप और मर्डर के चारों दोषियों मुकेश, अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा और पवन गुप्ता को आज सुबह साढ़े 5 बजे फांसी पर लटका दिया गया है. दोषियों की फांसी पर निर्भया के पिता बद्रीनाथ ने कहा कि निर्भया को न्याय मिल गया यह पूरी दुनिया को पता लग गया होगा. चारों हत्यारों को फांसी दे दी गई है लेकिन सबको न्याय मिल जाएगा हम अभी ऐसा नहीं सोच पा रहे हैं. निर्भया को न्याय मिला है, समाज में एक संदेश जरूर गया है कि जो अपराध करेगा वह बचेगा नहीं, हमे आगे लड़ने की जरुरत है. सात साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद हमें कानून में खामियों का पता चला है. दो चार दिन बाद वकीलों को बुलाकर मीटिंग करेंगे और इस मामले में कहां-कहां कमियां हैं उसका अध्ययन करके उसकी सूची बनाएंगे और सरकार से उन्हें दूर करने का आग्रह करेंगे. 

बद्रीनाथ ने कहा कि लड़ाई लंबी रही है, संतुष्ट हूं. समाज से नहीं सिस्टम से शिक़ायत है. बहुत लंबी लड़ाई लड़ी है. लोगों से यही कहूंगा कि बेटे और बेटी के बीच भेद न करें. मेरी बेटी ज़िंदा नहीं है पर मैने उसे बेटा ही माना. रात भर सुनवाई चली लेकिन हमें कोर्ट पर यकीन था. मैं संतुष्ट हूं. पर चैन से सो नहीं पाऊंगा, अब भी मूझे मेरी बेटी की सिंगापुर की तस्वीर याद है. बस कल्पना ही कर सकता हूं कि फ़ांसी पर वो कैसे लटके होंगे. मैं सबका धन्यवाद करता हूं. 

वहीं, निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, ''इस फांसी के बाद हमारे बेटों को सिखाना पड़ेगा कि ऐसा करोगे तो ऐसा ही इंसाफ मिलेगा. मैंने अपनी बेटी को तस्वीर को सामने रखकर उससे मन ही मन बात की.'' आज का दिन कैसे बिताएंगी, इस सवाल पर निर्भया की मां ने कहा, ''नहीं ऐसा नहीं सोचा कि जश्न मनाएंगे या कुछ खुशी मनाएंगे. जिस बच्ची ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ा उसे आज इंसाफ मिला.''

फांसी के बाद सभी चारों दोषियों के शवों के फांसी के तख्ते से उतारा गया. मेडिकल टीम ने जांच के बाद चारों दोषियों को मृत घोषित कर दिया है. यह पहला मौका है जब तिहाड़ में चार अपराधियों को एक साथ फांसी पर लटकाया गया है. बता दें कि 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली में निर्भया के साथ दर्दनाक हादसा हुआ था.

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