पटना: दिल्ली में भ्रष्टाचार निरोधी ब्यूरो (एसीबी) के लिए बिहार से पुलिसकर्मियों को नामित किए जाने पर अरविंद केजरीवाल नीत दिल्ली सरकार और वहां के उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच छिड़े नए विवाद की पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिसकर्मियों को दिल्ली भेजने को सही ठहराया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को लेकर नरेन्द्र मोदी नीत केन्द्र की एनडीए सरकार सिर्फ शोर मचा रही है।
पटना में आयोजित एक पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश की एसीबी को सशक्त बनाने के लिए हमसे कुछ पुलिसकर्मियों की मांग की थी। इसी आधार पर हमने यहां से पुलिसकर्मियों को भेजा। यह एक प्रदेश का दूसरे प्रदेश को मदद करने की सामान्य प्रक्रिया है।
नीतीश ने कहा, ‘मुझे आश्चर्य होता है कि अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी की सरकार ने वहां भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने के लिए एसीबी में बिहार के पुलिस अधिकारियों की सेवा ली और केंद्र सरकार उसमें अड़ंगा डाल रही है। बीजेपी के लोग यह बयान देते हैं कि यहां अधिकारियों की कमी है। अगर ऐसा है तो केंद्र के मंत्री अपने निजी सचिव के लिए बिहार से ही आईएएस क्यों मांगते हैं।’