नीतीश कुमार ने माना लालू यादव का पूरा भाषण सुना था, रैली को बताया परिवार का उत्सव

सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने पहली बार इस रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो लोग गांधी मैदान में रैली आयोजित करते हैं उनसे पूछिए की उतनी भीड़ का कोई मतलब नहीं है.

नीतीश कुमार ने माना लालू यादव का पूरा भाषण सुना था, रैली को बताया परिवार का उत्सव

नीतीश कुमार ने लालू यादव की रैली को बताया परिवार का उत्सव

खास बातें

  • लालू की रैली को बताया परिवार का उत्सव
  • आजाद को जम्मू-कश्मीर संभालना चाहिए
  • लालू यादव का भाषण सुन निराशा हाथ लगी
पटना:

पटना के गांधी मैदान में हाल ही में हुई राजद की रैली को जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने परिवार का उत्सव बताया. सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने पहली बार इस रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो लोग गांधी मैदान में रैली आयोजित करते हैं उनसे पूछिए उतनी भीड़ का कोई मतलब नहीं है. जो बड़ी-बड़ी रैली आयोजित करने में सक्षम नहीं हैं, उनके लिए यह बड़ी रैली हो सकती है.

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नीतीश ने कहा कि इस पारिवारिक उत्सव में शरद यादव के बाद कौन बोला? नीतीश का मतलब तेजप्रताप यादव से था. नीतीश ने राबड़ी देवी पर भी कहा कि बहुत उम्मीद से आईं ममता के बाद आख़िर कौन बोला, लेकिन नीतीश ने स्वीकार किया कि उन्होंने लालू यादव का पूरा भाषण सुना था, लेकिन उसे सुनकर निराशा हाथ लगी, क्योंकि वह वही बोले जो दर्जनों बार पटना से रांची तक बोले चुके हैं. 

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नीतीश कुमार ने रैली को तस्वीर को फोटोशॉप्ड पर भी व्यंग्य करते हुए कहा कि आखिर इसकी क्यों ज़रूरत पड़ी. इसकी वजह से ट्विटर और सोशल मीडिया पर राजद की जमकर आलोचना हुई थी, लेकिन कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद को नीतीश ने सलाह दी कि वह इन दोनों जो बिहार के विशेषज्ञ बने हुए हैं, उन्हें अपने गृहराज्य जम्मू और कश्मीर पर ध्यान देना चाहिए. आज़ाद ने पटना को रैली में नीतीश पर जमकर हमला बोला था.


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