यह ख़बर 06 जून, 2013 को प्रकाशित हुई थी

महाराजगंज उपचुनाव नतीजे का बीजेपी के साथ रिश्ते पर असर नहीं : नीतीश

खास बातें

  • महाराजगंज लोकसभा उपचुनाव हारने के बाद जेडीयू उम्मीदवार पीके शाही ने बुधवार को बीजेपी पर दगाबाजी का आरोप लगाया, तो एक बार गठबंधन को लेकर सवाल उठने लगे, लेकिन नीतीश ने इस बात से इनकार किया है कि इस नतीजे से बीजेपी के साथ रिश्तों पर कोई असर पड़ेगा।
पटना:

महाराजगंज लोकसभा उपचुनाव हारने के बाद वहां से जेडीयू उम्मीदवार पीके शाही ने बुधवार को बीजेपी पर दगाबाजी का आरोप लगाया, तो एक बार फिर से दोनों दलों के गठबंधन को लेकर सवाल उठने लगे, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बात से इनकार किया है कि इस नतीजे से गठबंधन के सहयोगी दल बीजेपी के साथ रिश्तों पर कोई असर पड़ेगा।

नीतीश ने कहा कि वह विनम्रतापूर्वक विपक्षी दल आरजेडी के प्रमुख लालू यादव के विजय को स्वीकार करते हैं, जिनके उम्मीदवार प्रभुनाथ सिंह ने भारी अंतर से महाराजगंज में जीत हासिल की है।

सूत्रों के मुताबिक नीतीश की पार्टी के भीतर यह आवाज उठ रही है कि इस उपचुनाव में जनता ने बीजेपी को नजरअंदाज करने के नीतीश के हठ को दंडित किया है। उल्लेखनीय है कि इस उपचुनाव के लिए नीतीश ने अपनी सरकार में सहयोगी बीजेपी के नेताओं को प्रचार करने के लिए फोन तक नहीं किया था।

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वीडियो रिपोर्ट : बीजेपी से बना रहेगा रिश्ता : नीतीश कुमार
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महाराजगंज लोकसभा उपचुनाव में अपनी पार्टी की जीत से उत्साहित आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार के पतन की भविष्यवाणी की और कहा कि यह निश्चित तौर पर उनकी पार्टी की वापसी है। एनडीटीवी के साथ साक्षात्कार में उन्होंने कहा, युवक समेत सभी वर्गों के लोग राज्य में नीतीश कुमार और बीजेपी के शासन से उब चुके हैं। सभी जातियों के लोगों ने मिलकर कुमार को हराने का फैसला किया है। यह उपचुनाव एक टेस्ट केस है और हमें बहुत भारी जीत मिली है। आरजेडी सांसद उमाशंकर सिंह के निधन के कारण यह उपचुनाव कराया गया था।