यह ख़बर 09 अप्रैल, 2011 को प्रकाशित हुई थी

असम के चुनावी दंगल में उम्र कोई बाधा नहीं

खास बातें

  • दिग्गज प्रत्याशियों में एक पूर्व सीएम और दो पूर्व मंत्री शामिल हैं, जो 70 से अधिक बंसत देख लेने के बावजूद भाग्य आजमा रहे हैं, वहीं दो उम्मीदवार मात्र 27 वर्ष के हैं।
गुवाहाटी:

असम विधानसभा क आगामी 11 अप्रैल को होने वाले दूसरे चरण के चुनाव में प्रत्याशियों के लिए उम्र कोई बाधा नहीं है, क्योंकि इसमें 70 वर्ष की आयु पार चुके उम्मीदवार 20 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं के साथ चुनावी मैदान में मुकाबला कर रहे हैं। दिग्गज प्रत्याशियों में एक पूर्व मुख्यमंत्री और दो पूर्व मंत्री शामिल हैं, जो 70 से भी अधिक बंसत देख लेने के बावजूद अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं, वहीं दो उम्मीदवार मात्र 27 वर्ष के हैं। दो बार मुख्यमंत्री रहे एवं वर्तमान में कैबिनेट में राजस्व मंत्री 79 वर्षीय भूमिधर बर्मन सबसे उम्रदराज उम्मीदवार हैं। वह कांग्रेस के टिकट पर बारखेत्री विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। डॉक्टर से राजनेता बने बर्मन ने वर्ष 1967 में पहली बार चुनाव लड़ा था और अब सातवीं बार चुनावी दंगल में ताल ठोक रहे हैं। वह हितेश्वर सैकिया के निधन पर कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री बने थे। इसके अलावा पिछले साल तरूण गोगोई के ह्दय शल्यक्रिया के दौरान भी वह कार्यकारी मुख्यमंत्री बने थे।


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