खास बातें
- गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद वरिष्ठ पार्टी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि उन्हें मोदी के नाम से कोई दिक्कत नहीं है और आडवाणी के हाथ में नेतृत्व देने की सलाह उन्होंने उनकी वरिष्ठता को देखते हुए
नई दिल्ली: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद वरिष्ठ पार्टी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि उन्हें मोदी के नाम से कोई दिक्कत नहीं है और आडवाणी के हाथ में नेतृत्व देने की सलाह उन्होंने उनकी वरिष्ठता को देखते हुए दी थी।
गोवा में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं हुए सिन्हा ने एक बयान में कहा कि वह मोदी के समर्थन में सबसे पहले बोलने वाले भाजपा के नेताओं में से हैं जिसकी वजह यह है कि कार्यकर्ता ऐसा चाहते हैं, लोग ऐसा चाहते हैं।
सिन्हा के मुताबिक, ‘कांग्रेस पार्टी में या कहीं भी उनकी टक्कर का नेता नहीं है लेकिन भारत में हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं और हमारे मूल्य हमें सिखाते हैं कि हमारे बुजुर्गों के प्रति सर्वोच्च सम्मान और आदर दिखाएं।’ उन्होंने कहा कि उनके मन में यही बात थी। हमारे समाज में यह परंपरा है जिसकी वजह से उन्होंने मीडिया से कहा कि अगर आडवाणी स्वयं नेतृत्व के लिए तैयार होते हैं, यदि संसदीय बोर्ड उनके पक्ष में फैसला करता है और अगर राजग में सहमति बनती है तो नेतृत्व की चर्चा को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
सिन्हा ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग ने उनके बयान का यह मतलब निकाला कि उन्होंने अपना रुख बदल दिया है और मोदी के बजाय वह आडवाणी का समर्थन कर रहे हैं।