गौरव चंदेल हत्याकांड : क्या है 'मिर्ची गैंग', कैसे पड़ा नाम और जानें इसकी पूरी हिस्ट्रीशीट

6 जनवरी को एक कंपनी के रीजनल मैनेजर गौरव चंदेल की हत्या और लूट के मामले को यूपी पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है.

गौरव चंदेल हत्याकांड : क्या है 'मिर्ची गैंग', कैसे पड़ा नाम और जानें इसकी पूरी हिस्ट्रीशीट

मिर्ची गैंग का गुर्गा उमेश कुमार पुलिस के हत्थे चढ़ा

नई दिल्ली:

6 जनवरी को एक कंपनी के रीजनल मैनेजर गौरव चंदेल की हत्या और लूट के मामले को यूपी पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है,इस मामले पुलिस ने मिर्ची गैंग से जुड़े उमेश और मिर्ची गैंग के सरगना आशु जाट की पत्नी पूनम को हापुड़ के पास धौलाना से गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि वारदात को आशु ,उमेश और इनके गैंग ने ही अंजाम दिया था. पुलिस का दावा है कि जब उमेश को लेकर गौरव का मोबाइल और लैपटॉप बरामद करने जा रहे थे तब उमेश ने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की ,दोनों तरफ से फायरिंग हुई और उमेश के दोनों पैरों में गोलियां लगीं,उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जिस पिस्टल से गौरव की हत्या हुई उसे भी बरामद कर लिया गया है

कैसे हुई थी वारदात
6 जनवरी को गौरव जब अपने दफ्तर से अपने गौर सिटी के घर आ रहे थे तब हिंडन विहार स्टेडियम के पास रात करीब 10:30 बजे उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. उनकी कार, मोबाइल ,लैपटॉप और पर्स लूट लिया गया. कार एक हफ्ते बाद ग़ाज़ियाबाद से बरामद हुई थी. 

मिर्ची गैंग / आशु जाट गैंग क्या है?
वाहनों की लूट और लुटेरों का एक समूह, जो ज्यादातर पश्चिमी यूपी के नोएडा, गाजियाबाद और हापुड़ में सक्रिय है. गाजियाबाद के काजीपुरा का रहने वाला 27 वर्षीय आशू जाट उर्फ ​​प्रवीण उर्फ ​​धर्मेंद्र इस गिरोह का मुखिया है.  वर्तमान में, गिरोह में सक्रिय 20 से अधिक सदस्य हैं. इनमें कुछ कम उम्र के लड़के भी हैं. आशु जाट पर हत्या, लूट और कार चोरी करने के 40 से अधिक मामले दर्ज हैं. उसकी पत्नी पूनम गैंग को मदद करने और साजो-सामान मुहैया करने का काम करती है.  पुलिस ने आशु जाट की गिरफ्तारी के लिए 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है.  वह वारदात के वक्त कभी भी मोबाइल फोन नहीं ले जाता और केवल अपने सहयोगियों के मोबाइल फोन से ही बात करता था

वारदात करने का तरीका
आशु जाट और अन्य सदस्य पहले लूट की घटना का अंजाम देने के लिए मिर्च पाउडर का इस्तेमाल करते थे. इसको लेकर कई मामले मे भी दर्ज हैं. लेकिन 2018 में उनकी गिरफ्तारी के बाद इन लोगों ने अपना काम करने का तरीका बदल दिया. वह छह महीने तक यूपी जेल में रहे और जमानत मिलने के बाद उन्होंने कार जैकिंग करना शुरू कर दिया और इन वाहनों का उपयोग वह अन्य व्यक्तियों/ दुकानों/ पेट्रोल पंपों को लूटने के लिए करता है.  

लूट के वाहन से वो दो तीन अपराध करने के बाद उसे छोड़ देते और दूसरे वाहन को निशाना बनाते हैं. माना जा रहा है कि गौरव चंदेल की कार के साथ उन्होंने अन्य अपराध भी किए होंगे जिसे एक सप्ताह बाद कार को ग़ाज़ियाबाद के एक पार्क से बरामद किया गया. 

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गैंग की अब तक कि बड़ी वारदातें

  1. 17 अप्रैल, 2019 को नोएडा : मिर्ची गैंग ने पहले नोएडा से एक मारुति ब्रीज़ा को लूटा और फिर गाजियाबाद में दो दुकानों को लूट लिया.  इसी वाहन के साथ, उन्होंने 23 अप्रैल को गजरौला में एक पेट्रोल पंप भी लूट लिया. 
  2. 25 अप्रैल, 2019 को गाजियाबाद में मिर्ची गैंग ने कलेक्शन एजेंट से 14 लाख रुपये लूट लिए. बाद में, गाजियाबाद पुलिस ने इस गिरोह के नौ गुर्गों को गिरफ्तार किया था.  
  3. 24 जून, 2019 को ग्रेटर नोएडा में "मिर्ची गैंग" के पांच सदस्यों ने उनके और एक पुलिस टीम के बीच गोलीबारी के बाद नाका लगाया. दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में एक पुलिस कांस्टेबल और मिर्ची गैंग के सदस्य घायल हो गए. पुलिस ने कहा कि आरोपी पेट्रोल पंप मालिक को लूटने और मारने की योजना बना रहे थे.  
  4. 9 सितंबर, 2019 को हापुड़ में मिर्ची गैंग के सदस्यों ने एक स्थानीय बीजेपी नेता राकेश शर्मा की हत्या कर दी, जब वह बाइक पर स्कूल जा रहे थे. 
  5. 13 अक्टूबर, 2019 को हापुड़ में आशू जाट के नेतृत्व में मिर्ची गैंग के सदस्यों की हापुड़ पुलिस के साथ गोलीबारी हुई. आशू जाट हालांकि भागने में सफल रहा, दो को गोली लगने से घायल हो गया और पुलिस ने उसे पकड़ लिया. वे डकैती डालने जा रहे थे. 
  6. 7 जनवरी, 2010 को ग्रेटर नोएडा में मिर्ची गैंग के सदस्यों ने गौरव चंदेल की हत्या कर दी जब वह घर लौट रहे थे. उन्होंने उसका मोबाइल, लैपटॉप और एसयूवी लूट लिया.