भगवंत मान को अधिक सजा के पक्ष में नहीं हैं गैर बीजेपी सांसद

भगवंत मान को अधिक सजा के पक्ष में नहीं हैं गैर बीजेपी सांसद

भगवंत मान (फाइल फोटो)

खास बातें

  • संसद का वीडियो बनाने और वेबसाइट पर पोस्ट करने का मामला
  • जल्द ही अंतरिम रिपोर्ट पेश करना चाहते हैं कमेटी के सदस्य
  • कमेटी के बीजेपी के सदस्यों का रुख कड़ा
नई दिल्ली:

भगवंत मान मामले में  बनी किरीट सोमैया कमेटी न केवल बंटी हुई है बल्कि ज्यादातर गैर बीजेपी सदस्य चाहते हैं कि संसद का वीडियो बनाने और वेबसाइट पर पोस्ट करने के मामले में मान को अधिकतम सजा नहीं होनी चाहिए. कमेटी के कई सदस्यों का मानना है कि मान को दी गई निलंबन की सजा पर्याप्त है. कमेटी के सदस्य 14 दिनों तक इंतजार करने के बजाय जल्द ही अंतरिम रिपोर्ट पेश करना चाहते हैं.  

भगवंत मान की वीडियोग्राफी से संसद की सुरक्षा को खतरे का अंदाजा लगाने के लिए गुरुवार को एक बार फिर सोमैया कमेटी निकली लेकिन इसमें बीजेपी के तीन सदस्यों के अलावा केवल शिवसेना के अकेले सदस्य आनंदराव अडसुल थे. कमेटी के बाकी सदस्य इस वीडियोग्राफी दौरे से दूर ही रहे.

किरीट सोमैया ने एनडीटीवी से कहा कि कमेटी के सभी सदस्यों से कहा गया था कि जो इसमें आना चाहे वह आ सकते हैं, लेकिन कमेटी के तीन बीजेपी सदस्य सोमैया, मीनाक्षी लेखी और सत्यपाल सिंह के अलावा शिवसेना के आनंदराव अडसुल ही थे.

सच यह है कि जहां बीजेपी भगवंत मान पर सख्त है वहीं कमेटी के गैर बीजेपी सदस्य कह रहे हैं कि इस  मामले में मान को अधिकतम सजा न हो. भगवंत मान को पहले ही दो हफ्ते के लिए सस्पेंड किया जा चुका है. कुछ गैर  बीजेपी सदस्य मानते हैं कि यह सजा काफी है. कमेटी को अपनी रिपोर्ट के लिए दो हफ्ते का अतिरिक्त वक्त मिला है लेकिन सूत्रों ने एनडीटीवी इंडिया को बताया कि कई सदस्य चाहते हैं कि दो हफ्ते तक इंतजार करने के बजाय जल्द से जल्द अंतरिम रिपोर्ट पेश की जाए.

भगवंत मान ने अपने बचाव में कमेटी के सामने दी गई दलील में सुरक्षा में कोताही के कुछ मामलों का जिक्र किया है. इसमें मान ने एक बीजेपी सांसद के सुरक्षा से समझौते का भी जिक्र किया है.

कमेटी के सभी सदस्य मानते हैं कि संसद की  सुरक्षा सर्वोपरि है लेकिन मान के मामले को सियासी रूप से न घसीटा जाए और उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा जा सकता है. तृणमूल कांग्रेस के डेरिक ओ ब्रायन (जो कमेटी सदस्य नहीं हैं) ने मीडिया से कहा, 'हमने मान का वीडियो देखा है. उनकी हरकत बचकानी और गलत हो सकती है लेकिन उनका इरादा गलत नहीं लगता है. भगवंत मान को सस्पेंड करके पहले ही सजा दी जा चुकी है. उनके खिलाफ जांच भी हो रही है. अब अगर इस मामले को और घसीटा जाता है तो गलत है. ऐसे में हम यही मानेंगे कि आने वाले (पंजाब) चुनावों  को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है जो कि गलत होगा.'

उधर कमेटी के बीजेपी सदस्यों का रुख कड़ा है. किरीट सौमैया ने कमेटी में किसी तरह के मतभेद से इनकार किया है. सोमैया ने कहा कि सुरक्षा को लेकर सबकी एक राय है. मान की जांच के लिए बनी कमेटी ने भगवंत मान के अलावा संसद के वॉच एंड वार्ड सुरक्षा कर्मियों,   दिल्ली पुलिस और सुरक्षा के मामले के ज्वाइंट सेक्रेटरी का बयान दर्ज किया है. अब अगले कुछ दिन वह लगातार बैठक करेगी. सवाल यही है कि क्या कमेटी अगले हफ्ते कोई अंतरिम रिपोर्ट पेश करेगी?


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