यह ख़बर 11 सितंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

कुडनकुलम में हालात सामान्य, कुछ और प्रदर्शनकारी गिरफ्तार

खास बातें

  • कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना के खिलाफ दो दिन के विरोध प्रदर्शन के बाद मंगलवार को तमिलनाडु में तिरुनेलवेली के इडिंथाकरई गांव में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।
चेन्नई:

कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना के खिलाफ दो दिन के विरोध प्रदर्शन के बाद मंगलवार को तमिलनाडु में तिरुनेलवेली के इडिंथाकरई गांव में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। इस बीच, विरोध प्रदर्शन राज्य के अन्य हिस्सों में फैल गया है। इस मामले में अब तक 1050 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया और गिरफ्तारियां दीं।

एक पुलिस अधिकारी ने चेन्नई में कहा कि पुलिस ने वीसीके पार्टी के संस्थापक और लोकसभा सदस्य थोल थिरुमवालवन और मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) के कार्यकर्ताओं को परमाणु विद्युत परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पर गिरफ्तार कर लिया गया।

यह प्रदर्शन कुडनकुलम में सोमवार को परियोजना विरोधियों पर लाठी चार्ज करने एवं तुतीकोरिन में पुलिस फायरिंग में एक मछुआरे की मौत के विरोध में किया गया था।

पुलिस ने बताया कि एमडीएमके के 750 कार्यकर्ताओं समेत 1050 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

तिरुनेलवेली के जिलाधिकारी आर. सेल्वाराज ने मंगलवार को बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण है, पुलिस गांव से चली गई है। स्कूल और दुकानें खुल गई हैं, इलाके में सामान्य स्थिति दिखाई दे रही है।

कुडनकुलम परमाणु परियोजना के खिलाफ लगभग 20 लोग तिरुनेलवेली के इंडिंथाकराई गांव में 48 घंटे से अनशन पर थे।
सेल्वाराज ने कहा कि हम पीएमएएनई (पीपुल मूवमेंट अगेंस्ट न्यूक्लियर इनर्जी) के नेताओं, एसपी उदयकुमार और एम. पुष्परायन के ठिकानों को लेकर चिंतित हैं।

सेल्वाराज ने कहा कि चूंकि वे किसी नाव में छुपे हुए हैं, लिहाजा हम उन्हें तलाशने की कोशिश कर रहे हैं।

सेल्वाराज ने कहा कि एईआरबी (परमाणु ऊर्जा विनियामक बोर्ड) के अधिकारी परमाणु संयंत्र में अंतिम अध्ययन कर रहे हैं।

कुडनकुलम परमाणु परियोजना के खिलाफ एक वर्ष से अधिक समय से चल रहा विरोध प्रदर्शन सोमवार को हिंसक रूप धारण कर लिया। तूतीकोरिन जिले में पुलिस गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और तिरुनेलवेली जिले में संयंत्र के पास प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज में कई लोग घायल हो गए।

पीएमएएनई द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन पहले कुडनकुलम और इंडिंथाकराई गांवों तक ही सीमित था, लेकिन सोमवार सुबह लगभग 11.30 बजे कुडनकुलम समुद्र तट पर प्रदर्शनकारी मछुआरों पर पुलिस लाठीचार्ज के बाद यह तूतीकोरिन तक फैल गया।

लाठीचार्ज के विरोध में लगभग 400 लोगों की एक भीड़ ने तूतीकोरिन के मानापड्ड गांव में एक पुलिस जांच चौकी पर हमला बोल दिया। एक पुलिसकर्मी द्वारा बचाव में की गई गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई।

यह हिंसक घटना तब घटी है, जब संयंत्र के अधिकारियों ने घोषणा की कि सम्वर्धित यूरेनियम ईंधन एक परमाणु रिएक्टर में 11 सितम्बर तक भरा जाएगा।

विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से पहली बार पुलिस का एक बड़ा दस्ता तिरुनेलवेली जिले के इंडिंथाकराई गांव में प्रवेश किया है, जो प्रदर्शनकारियों के केंद्र के रूप में काम कर रहा है।

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परियोजनास्थल पर 4000 पुलिसकर्मी मौजूद हैं।