यह ख़बर 07 दिसंबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

'पूर्वोत्तर के उग्रवादी चीन से हासिल कर रहे हथियार'

खास बातें

  • केन्द्र ने कहा कि पूर्वोत्तर के आतंकवादी समूह चीन और कई अन्य दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों से हथियार खरीद रहे हैं और उन्हें म्यामां तथा बांग्लादेश के जरिए तस्करी कर भारत भेजा जा रहा है।
नई दिल्ली:

केन्द्र सरकार ने बुधवार को कहा कि पूर्वोत्तर के आतंकवादी समूह चीन और कई अन्य दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों से हथियार खरीद रहे हैं और उन्हें म्यामां तथा बांग्लादेश के जरिए तस्करी कर भारत भेजा जा रहा है। गृह राज्य मंत्री मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया, ऐसी रिपोर्टे हैं कि पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय आतंकवादी संगठन चीन के युन्नान प्रांत, म्यामां और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के हथियार तस्करों के जरिए हथियार खरीद रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद छोटी छोटी खेपों में इन हथियारों को म्यामां या बांग्लादेश के रास्ते भारत भेजा जा रहा है। मंत्री ने कहा कि भारत ने इस मामले में समय समय पर चीन, म्यामां और बांग्लादेश को अपनी चिंताओं से अवगत कराया है। उन्होंने बताया कि भारत. म्यामां सीमा के जरिए हो रही तस्करी को नियंत्रित करने के लिए भारत और म्यामां के बीच जनवरी 1994 में एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे जिसका मकसद सीमावर्ती इलाकों में शांति तथा समरसता बनाए रखना था। रामचंद्रन ने साथ ही बताया कि केन्द्र सरकार ने सीमा के आसपास के इलाकों में सतर्कता तथा निगरानी बढ़ा दी है।


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