ऋषि कुमार शुक्ला की नियुक्ति के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है.
नई दिल्ली : सीबीआई के निदेशक पद पर ऋषि कुमार शुक्ला की नियुक्ति के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. एक तरफ जहां कहा जा रहा है कि सीबीआई निदेशक पद पर ऋषि कुमार शुक्ला (Rishi Kumar Shukla) के नाम पर हाई पावर कमेटी के सदस्य और नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहमत नहीं थे और फैसला सर्वसम्मति से नहीं हुआ. तो अब दूसरी तरफ, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दावा किया है कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने पसंदीदा अधिकारियों को तवज्जो देने की ‘‘गलत मंशा'' से सीबीआई प्रमुख के चयन के मानदंडों में ‘‘हेरफेर'' करने की कोशिश की थी. उन्होंने खड़गे पर आरोप लगाया कि वह चयन समिति में हुई चर्चा के बारे में मीडिया को सिर्फ अपने हिसाब से चीजें बता रहे हैं. केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा, ‘खड़गे ने सीबीआई निदेशक के चयन से संबंधित स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मूल्यांकन पर आधारित उद्देश्यपरक मानदंडों में हेरफेर की कोशिश की....वह उम्मीदवारों की अंतिम सूची में अपने कुछ पसंदीदा अधिकारियों को शामिल करना चाह रहे थे'.