उमर अब्दुल्ला की रिहाई होते ही लगा 'लॉकडाउन' तो लोगों ने उड़ाया मजाक, फिर खुद ट्वीट करके लिखा- भयावह और गंभीर समय है, इसलिए...

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण देशभर में तेजी से बढ़ना शुरू हो गई है. इसी मद्देनजर भारत सरकार ने पूरे देश में 21 दिन के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है.

उमर अब्दुल्ला की रिहाई होते ही लगा 'लॉकडाउन' तो लोगों ने उड़ाया मजाक, फिर खुद ट्वीट करके लिखा- भयावह और गंभीर समय है, इसलिए...

नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला- फाइल फोटो

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण देशभर में तेजी से बढ़ना शुरू हो गई है. इसी मद्देनजर भारत सरकार ने पूरे देश में 21 दिन के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है. मंगलवार की रात 8 आठ बजे प्रधानमंत्री ने देश को संबोधन के दौरान 21 दिन का लॉकडाउन करने की सूचना देशवासियों को दी. पिछले तीन दिनों से 70 या उससे अधिक के मामले लगातार सामने आए हैं. ऐसे में अब सरकार भी लोगों को सतर्कता बनाए रखना के लिए बार-बार लोगों से अपील कर रही है कि वह अपने घरों में ही रहे. कश्मीर में 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद करीब आठ महीने बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को हिरासत के बाहर निकाला, लेकिन कुछ ही घंटों में कोरोना वायरस के चलते देश में लॉकडाउन होने के बाद उन्हें लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा.

ऐसे में उमर अब्दुल्ला को भी इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ा और ट्रोल हो रहे एक तस्वीर को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा- इस वक्त गंभीर और भयावह समय है, इसलिए यह छोटे मजाक दुख नहीं पहुंचाती. बताते चले कि करीब 236 दिन तक हिरासत में रहने के बाद रिहा हुए उमर अब्दुल्ला को अब देश के लॉकडाउन के स्थिति में रहना होगा. इसी को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह के ट्वीट और तस्वीरें वायरल हो रहे हैं.

बता दें कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को लगभग आठ महीने बाद मंगलवार को हिरासत से रिहा कर दिया गया. जनसुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत लगाए गए आरोप हटाए जाने के बाद उनकी रिहाई का आदेश जारी किया गया. गत 10 मार्च को 50 साल के हुए अब्दुल्ला ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद, 232 दिन हिरासत में गुजारे. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता को पूर्व में एहतियातन हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में पांच फरवरी को उन पर पीएसए लगा दिया गया था.

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रिहा होने के बाद उमर अब्दुल्ला मीडिया से मुखातिब हुए.उन्होंने कहा कि आज मुझे पता लगा कि हम लोग जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. जो भी लोग हिरासत में लिए गए हैं इस वक्त उन्हें छोड़ा जाना चाहिए. हमें कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार के आदेशों का पालन करना चाहिए.