विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर बोले चिदंबरम, 'ग्राउंड पर मज़बूत नहीं है पार्टी'

कांग्रेस गिरती अर्थव्यवस्था और कोरोनावायरस संकट के मुद्दे होने के बावजूद अच्छी मौजूदगी नहीं जता पाई, इस पर चिदंबरम ने कहा कि 'मुझे गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के उपचुनावों की चिंता ज्यादा है. यह नतीजे दिखाते हैं कि या तो पार्टी की जमीन पर संगठन के तौर पर मौजूदगी ही नहीं है, या फिर बहुत ज्यादा कम हुई है.' 

विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर बोले चिदंबरम, 'ग्राउंड पर मज़बूत नहीं है पार्टी'

बिहार चुनावों और उपचुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन पर बोले चिदंबरम. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

Bihar Elections Results : कपिल सिब्बल की पार्टी की नीतियों पर की गई आलोचना के चलते कांग्रेस के अंदर मचे घमासान के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी एक बड़ा बयान दे दिया है. चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि बिहार चुनाव और उपचुनावों के नतीजों से साफ है कि कांग्रेस का जमीन पर कोई संगठनात्मक मौजूदगी नहीं रह गई है या फिर बहुत ज्यादा कमजोर हुई है. 

चिदंबरम ने दैनिक भास्कर को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि पार्टी को बिहार में इतनी ज्यादा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था. कांग्रेस के पास गिरती अर्थव्यवस्था और कोरोनावायरस संकट के मुद्दे थे, लेकिन पार्टी उसपर भी कैंपेनिंग करके अच्छी मौजूदगी नहीं जता पाई, इस पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 'मुझे गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के उपचुनावों की चिंता ज्यादा है. यह नतीजे दिखाते हैं कि या तो पार्टी की जमीन पर संगठन के तौर पर मौजूदगी ही नहीं है, या फिर बहुत ज्यादा कम हुई है.' 

उन्होंने कहा, 'बिहार में, आरजेडी-कांग्रेस के पास जीतने का मौका था. जीत के इतने करीब होने के बावजूद हम क्यों हारे, इस पर बहुत ही गहराई से विचार करने की जरूरत है. याद कीजिए, कांग्रेस को राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड जीते हुए बहुत ज्यादा वक्त नहीं हुआ है.'

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चिदंबरम ने कहा कि बिहार के नतीजे दिखाते हैं कि CPI-ML और AIMIM जैसी छोटी पार्टियां भी ग्रासरूट लेवल पर खुद को मजबूत कर अच्छा प्रदर्शन कर सकती है. उन्होंने कहा, 'विपक्षी गठबंधन वोट चाहे जितने भी हासिल कर ले, बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को हराने को लिए हमें जमीन पर जाकर खुद को मजबूत करना होगा.'

तेजस्वी की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन में कांग्रेस की वजह से आई कमजोरी को लेकर पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि 'मुझे लगता है कि कांग्रेस ने अपनी संगठन की शक्ति से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ लिया था. कांग्रेस को ऐसी 25 सीटें दी गई थीं, जहां से बीजेपी और उसके सहयोगी 20 सालों से जीत रहे हैं. कांग्रेस को उन सीटों को लेने से इनकार कर देना चाहिए था. पार्टी को बस 45 उम्मीदवारों को उतारना चाहिए था.'

चिदंबरम ने राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के सवाल पर कहा कि 'मैं नहीं कह सकता कि AICC मीटिंग में कौन अध्यक्ष चुना जाएगा. कोई भी चुनाव लड़ सकता है.'

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