यह ख़बर 09 जनवरी, 2013 को प्रकाशित हुई थी

पाक का हमला अस्वीकार्य, आपसी संबंधों पर पड़ेगा विपरीत असर : खुर्शीद

खास बातें

  • पाकिस्तानी सैनिकों की घुसपैठ और दो भारतीय सैनिकों की बेरहमी से हत्या के मामले में भारत ने पाकिस्तान के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है इस तरह की घटनाओं से द्विपक्षीय सहयोग के जरिये अभी तक हासिल परिणामों पर विपरीत प्रभाव
नई दिल्ली:

पाकिस्तानी सैनिकों की घुसपैठ और दो भारतीय सैनिकों की बेरहमी से हत्या के मामले में भारत ने पाकिस्तान के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि पाकिस्तान का हमला पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इस तरह की घटनाओं से द्विपक्षीय सहयोग के जरिये अभी तक हासिल परिणामों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।

विदेश सचिव रंजन मथाई ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त सलमान बशीर से कहा कि पाकिस्तान सरकार तत्काल इस घटना की जांच कराए, जो हर पहलू से अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ़ है। विदेश सचिव ने पाक उच्चायुक्त को 27 दिसंबर को दोनों देशों के बीच हुई उस बैठक की याद दिलाई, जिसमें आपसी भरोसा बढ़ाने और नियंत्रण रेखा का ईमानदारी से पालन करने की बात हुई थी।

हालांकि इस मामले पर सलमान बशीर ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। जम्मू−कश्मीर में पुंछ के मेंढर सेक्टर में हुई इस घटना से हर भारतीय आक्रोश में है, क्योंकि शहीद हुए एक जवान का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला है। प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्रालय, एनएसए और सेना प्रमुख से गोलीबारी पर पूरी रिपोर्ट मांगी है। खबर है कि सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक भी बुलाई जा सकती है।

इस बीच, रक्षामंत्री एके एंटनी ने इसे उकसावे की कार्रवाई करार देते हुए इसे अमानवीय बताया है। एंटनी ने कहा है कि दोनों मुल्कों के डाइरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स यानी डीजीएमओ इस मुद्दे पर बात करेंगे और भारत इस घटना को लेकर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराएगा।

बीजेपी नेता अरुण जेटली ने पाकिस्तान की इस कार्रवाई को उकसाने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार पाकिस्तान के खिलाफ सबूतों को सामने लाकर दुनिया के सामने उसे बेनकाब करे।

गौरतलब है कि जम्मू−कश्मीर में पुंछ के मेंढर सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने मंगलवार को भारतीय सीमा के अंदर घुसकर हमला किया। 48 घंटे में दूसरी बार पाकिस्तान ने बिना चेतावनी के गोलीबारी की।

पाकिस्तानी जवानों ने कोहरे और धुंध का फायदा उठाते हुए नियंत्रण रेखा पार की और फिर भारतीय जवानों पर गोलीबारी कर दी। इसके बाद भारतीय जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की, लेकिन इस पूरी गोलीबारी में दो जवान शहीद हो गए।

सूत्रों के मुताबिक, एक जवान का शव बाद में बुरी हालत में मिला है। जवान का सिर धड़ से अलग किया हुआ था। सेना इस बात की जांच कर रही है कि शव की यह हालत कैसे हुई। इससे पहले उड़ी में नियंत्रण रेखा पर हुई झड़प का बदला लेने के लिए पाकिस्तान की ओर से कार्रवाई की गई।

भारत सरकार ने पाकिस्तान की और से किए गए युद्धविराम उल्लंघन की कड़ी निंदा की है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सरकार इस घटना को उकसावे की कार्रवाई मानते हुए इसकी निंदा करती है।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सतांशु कर के बयान के मुताबिक, इस घटना के बाद दोनों देशों के मिलिट्री ऑपरेशन्स के महानिदेशक एक- दूसरे के संपर्क में हैं और सरकार यह मामला पाकिस्तान सरकार के साथ उठाएगी। उनके बयान में भी कहा गया है कि पाकिस्तान की ओर से युद्धविराम उल्लंघन के बाद सरहद पर सेना अलर्ट हो गई है।

इससे पहले रविवार को सुबह भी उड़ी सेक्टर में पाकिस्तान ने गोलाबारी की थी। इस गोलाबारी में कई घरों को भी नुकसान पहुंचा, लेकिन उस समय उल्टा पाकिस्तान ने भारतीय सेना पर आरोप लगाया कि उसने सीमा पार कर उसके जवान को मार डाला।

उधर, जवानों की मौत को लेकर करगिल युद्ध के शहीद सौरव कालिया के पिता नरेंद्र कालिया ने कहा है कि अगर उनके बेटे के साथ हुए अमानवीय व्यवहार को लेकर कोई कार्रवाई होती, तो आज यह नौबत न आती।

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उनके मुताबिक, उस वक्त भारत की तरफ से अगर कुछ कड़े कदम उठाए जाते तो पाकिस्तान की ऐसा करने की हिम्मत नहीं होती। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पहले भी ऐसी हरकत कर चुका है और अब भी अगर कोई एक्शन नहीं लिया गया तो वह आगे भी ऐसा करता रहेगा।