पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI स्मार्टफोन वायरस के जरिये सुरक्षा बलों की कर रही है जासूसी

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI स्मार्टफोन वायरस के जरिये सुरक्षा बलों की कर रही है जासूसी

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली:

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी मोबाइल गेमिंग, टॉप गन, एमपीजंकी, वीडेजंगी और टॉकिंग फ्रोग जैसी म्यूजिकल ऐप्लीकेशन और मोबाइल गेमिंग के जरिये भारतीय सुरक्षा बलों की जासूसी कर रही है।

रोजगार और वित्तीय मदद के नाम पर जाल में फंसा रही है ISI
लोकसभा में गृह राज्यमंत्री हरिभाई पारथीभाई चौधरी ने एक सवाल के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी रोजगार मुहैया कराने और वित्तीय मदद के नाम पर पूर्व सैनिकों को जासूसी के जाल में फंसाने के प्रयास कर रही है।

चौधरी ने बताया, 'ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी मोबाइल ऐप के जरिये वायरस भेजकर भारतीय सुरक्षा बलों की निगरानी कर रही है। इन मोबाइल ऐप में टॉप गन, एमपीजंकी, वीडीजंकी, टॉकिंग फ्रोग जैसे ऐप शामिल हैं।'

जासूसी के आरोप में सात पूर्व सैनिक गिरफ्तार
गृह राज्य मंत्री ने बताया कि वर्ष 2012-13 के दौरान आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में सात पूर्व सैनिकों को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया, 'भारतीय सुरक्षा बलों को इस बारे में अवगत कराया गया है कि आईएसआई संदिग्ध स्मार्टफोन ऐप्लीकेशन के जरिये इस काम को अंजाम दे रही है।' उन्होंने बताया कि इसके अलावा, सरकार ने सभी मंत्रालयों और विभागों को कम्प्यूटर सुरक्षा नीति के संबंध में नीति और निर्देश जारी किए हैं।

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)


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