कोरोना संकट की वजह से 2020 में खाने के लिए मोहताज लोगों की संख्या हो जाएगी दोगुनी: संयुक्तराष्ट्र

संकट के बढ़ते बादलों को देखते हुए  संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूवीपी) ने आगाह किया कि कोरोनोवायरस महामारी से विश्व में क्षुधा-पीड़ितों की संख्या बढ़ कर दोगुना हो सकती है.

कोरोना संकट की वजह से 2020 में खाने के लिए मोहताज लोगों की संख्या हो जाएगी दोगुनी: संयुक्तराष्ट्र

डब्ल्यूएफपी ने दुनिया भर में खाद्य संकट पर एक नई रिपोर्ट जारी की है (फोटो- प्रतीकात्मक)

पेरिस:

कोरोनावायरस के संकट से पूरा विश्व जंग लड़ रहा है. विकसित देशों की अर्थव्यवस्था भी इस खतरनाक वायरस के आगे चरमरा गई है. संकट के बढ़ते बादलों को देखते हुए  संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूवीपी) ने आगाह किया कि कोरोनोवायरस महामारी से विश्व में क्षुधा-पीड़ितों की संख्या बढ़ कर दोगुना हो सकती है. डब्ल्यूवीपी ने कहा कि उसके अनुमान है कि पेट भर भोजन न पाने वालों की संख्या 2020 में बढ़कर 26.5 करोड़ हो सकती है. यह संख्या 2019 के 13.5 करोड़ से 13 करोड़ अधिक है.''

डब्ल्यूएफपी ने दुनिया भर में खाद्य संकट पर एक नई रिपोर्ट जारी की है. फूड क्राइसिस पर चौथी वार्षिक वैश्विक रिपोर्ट में पाया गया है कि कोरोनरी वायरस संकट के फैलने से पहले खाद्य असुरक्षा पिछले साल ही बढ़ रही थी. इसमें पाया गया कि 55 देशों में 13.5 करोड़ लोगों के सामाने भोजन की कमी का गंभीर संकट था और उनकी स्थिति पूर्णतया मानवीय विपत्ति थी यह संख्या इससे पिदले साल से दो करोड़ ज्यादा थी. 

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यह रिपोर्ट संयुक्तराष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन और विश्व खाद्य कार्यक्रम द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मंगलवार को दोपहर बाद प्रस्तुत की जानी थी. रिपोर्ट में कहा गया है दुनिया में पिछले साल 18.3 करोड़ लोगों के सामने कोई आपदा या प्रकोप होने पर भुखमरी की स्थितित में पड़ने का खतारा था। रपट के अनुसार कोरोना वायरस महामारी इसी तरह की आपदा है.