यह ख़बर 03 अक्टूबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

दिल्ली में 'रावण दहन' के कार्यक्रम में मोदी, मनमोहन और सोनिया ने मंच साझा किया

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दशहरे के अवसर पर अपने पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मंच साझा किया।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने मोदी, सिंह और सोनिया की मौजूदगी में यहां सुभाष मैदान में त्योहार के जश्न का नेतृत्व किया।

सभा को हिंदी में संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। उन्होंने अपने संक्षिप्त भाषण में कहा, 'यह हमें कठिनाइयों का सामना करने को प्रेरित करता है---आइए, हमसब साथ मिलकर विकास के लिए काम करें।'

'रावण दहन' से पहले मेघनाद, और कुंभकरण के पुतलों का दहन किया गया। गणमान्य लोगों ने इस दौरान शांति के प्रतीक कबूतरों को आकाश में छोड़ा।

मंच पर पहुंचने से पहले नेताओं ने पारंपरिक ज्योतिपुंज को प्रज्ज्वलित किया। उन्हें आयोजकों ने पारंपरिक हथियार यथा तीर और कमान, त्रिशूल और गदा भेंट किया। उन लोगों ने रामलीला के आखिरी चरण का भी आनंद लिया, जिसमें युद्ध के मैदान में भगवान राम रावण का वध करते हैं।

जहां मोदी ने भगवा कुर्ता और हरे रंग का जवाहर जैकेट पहन रखा था, वहीं सिंह ने पारंपरिक सफेद कुर्ता-पायजामा पहन रखा था। मोदी ने जब भीड़ की ओर हाथ लहराया तो लोगों ने मोदी, मोदी के नारे लगाए। लोगों को अपने मोबाइल फोन से उनकी तस्वीरें लेते देखा गया।

मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी, मोदी से पहले आयोजनस्थल पर पहुंच गए थे। बाद में मोदी, सिंह और सोनिया ने मैदान के द्वार पर उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति की अगवानी की।

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इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हषर्वर्धन भी वहां मौजूद थे। सुभाष मैदान के जश्न के बाद सोनिया और सिंह 'रावण दहन' के एक और कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए रामलीला मैदान पहुंचे। वहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद थे। कांग्रेस नेता जयप्रकाश अग्रवाल रामलीला मैदान में समारोह के आयोजकों में से एक थे।