मन की बात: चीन को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी, PM मोदी ने इन 10 बातों का किया जिक्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 68वीं बार अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के तहत देश के लोगों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई विषयों पर दिल खोलकर बात की.

मन की बात: चीन को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी, PM मोदी ने इन 10 बातों का किया जिक्र

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 68वीं बार अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के तहत देश के लोगों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई विषयों पर दिल खोलकर बात की. पीएम मोदी ने आज के अपने कार्यक्रम में कोरोना संकट से लेकर किसानों की स्थितियों तक पर चर्चा की. साथ ही उन्होंने बताया कि चीन को किस तरह एक बार फिर से पटखनी दी जा सकती है. 

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत गणेशोत्सव की बधाई के साथ की. उन्होंने कहा कि इन दिनों ओणम का पर्व भी धूम-धाम से मनाया जा रहा है। ये पर्व चिंगम महीने में आता है. ओणम की धूम तो, आज, दूर-सुदूर विदेशों तक पहुंची हुई है. अमेरिका हो, यूरोप हो, या खाड़ी देश हों, ओणम का उल्लास आपको हर कहीं मिल जाएगा. ओणम एक International Festival बनता जा रहा है. 

  2. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के इस कालखंड में देश कई मोर्चों पर एक साथ लड़ रहा है, लेकिन इसके साथ-साथ, कई बार मन में ये भी सवाल आता रहा कि इतने लम्बे समय तक घरों में रहने के कारण, मेरे छोटे-छोटे बाल-मित्रों का समय कैसे बीतता होगा. और इसी से मैंने गांधीनगर की Children University जो दुनिया में एक अलग तरह का प्रयोग है. भारत सरकार ने हम बच्चों के लिये क्या कर सकते हैं, इस पर मंथन किया. उन्होंने कहा कि हमने इस बात पर मंथन किया कि भारत के बच्चों को नए-नए Toys कैसे मिलें, भारत, Toy Production का बहुत बड़ा hub कैसे बने." 

  3. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के कुछ क्षेत्र Toy Clusters यानी खिलौनों के केन्द्र के रूप में भी विकसित हो रहे हैं। जैसे, कर्नाटक के रामनगरम में चन्नापटना, आन्ध्र प्रदेश के कृष्णा में कोंडापल्ली, तमिलनाडु में तंजौर, असम में धुबरी, उत्तर प्रदेश का वाराणसी -  कई ऐसे स्थान हैं." उन्होंने कहा कि Toy Industry बहुत व्यापक है. गृह उद्योग हो, छोटे और लघु उद्योग हो, MSMEs हों, इसके साथ-साथ बड़े उद्योग और निजी उद्यमी भी इसके दायरे में आते हैं। इसे आगे बढ़ाने के लिए देश को मिलकर मेहनत करनी होगी. पीएम मोदी ने अब सभी के लिये Local खिलौनों के लिये Vocal होने का समय है. आइए, हम अपने युवाओं के लिये कुछ नए प्रकार के, अच्छी quality वाले, खिलौने बनाते हैं"

  4. पीएम मोदी ने युवाओं से आह्वाहन किया कि "हमारे देश में इतने ideas हैं, इतने concepts हैं, बहुत समृद्ध हमारा इतिहास रहा है.क्या हम उन पर games बना सकते हैं ?" देश के युवा talent से कहता हूँ, आप, भारत में भी games बनाइये, और, भारत के भी games बनाइये. कहा भी जाता है - Let the games begin ! तो चलो, खेल शुरू करते हैं.

  5. पीएम मोदी ने असहयोग आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि जब आज से 100 वर्ष पहले, असहयोग आंदोलन शुरू हुआ, तो गांधी जी ने लिखा था कि “असहयोग आन्दोलन, देशवासियों में आत्मसम्मान और अपनी शक्ति का बोध कराने का एक प्रयास है.”असहयोग आंदोलन के रूप में जो बीज बोया गया था,उसे, अब, आत्मनिर्भर भारत के वट वृक्ष में परिवर्तित करना हम सब का दायित्व है. आज, जब हम देश को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहे हैं, तो, हमें, पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना है, हर क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाना है. 

  6. पीएम मोदी ने कहा  भारतीयों के innovation और solution देने की क्षमता का लोहा हर कोई मानता है और जब समर्पण भाव हो, संवेदना हो तो ये शक्ति असीम बन जाती है. करीब, 7 हजार entries आईं, उसमें भी, करीब-करीब दो तिहाई apps tier two और tier three शहरों के युवाओं ने बनाए हैं. ये आत्मनिर्भर भारत के लिए, देश के भविष्य के लिए, बहुत ही शुभ संकेत है. 

  7. पीएम मोदी ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में, देश के युवाओं के सामने, एक app innovation challenge रखा गया . इस आत्मनिर्भर भारत app innovation challenge में हमारे युवाओं ने बढ़-चढ़कर के  हिस्सा लिया. आप जरुर इन  Apps के बारे में जाने और उनसे जुडें. हो सकता है आप भी ऐसा कुछ बनाने के लिए प्रेरित हो जायें."

  8. पीएम मोदी ने भारतीय एप्स की भी चर्चा की. उन्होंने बताया कि  एक App है, कुटुकी kids learning app.  ये छोटे बच्चों के लिए ऐसा interactive app है जिसमें गानों और कहानियों के जरिए बात-बात में ही बच्चे math science में बहुत कुछ सीख सकते हैं. इसमें activities भी हैं, खेल भी हैं. उन्होंने बताया कि तरह एक micro blogging platform का भी App है. इसका  नाम है कू-  KOO कू . इसमें, हम, अपनी मातृभाषा में text, video और audio के जरिए अपनी बात रख सकते हैं, interact कर सकते हैं."

  9. PM मोदी ने बताया पूरे देश में सितम्बर महीने को पोषण माह- Nutrition Month के रूप में मनाया जाएगा."  उन्होंने कहा कि Experts कहते हैं कि शिशु को गर्भ में, और बचपन में, जितना अच्छा पोषण मिलता है, उतना अच्छा उसका मानसिक विकास होता है और वो स्वस्थ रहता है. बच्चों के पोषण के लिये भी उतना ही जरुरी है कि माँ को भी पूरा पोषण मिले. पोषण या Nutrition का मतलब केवल इतना ही नहीं होता कि आप क्या खा रहे हैं, कितना खा रहे हैं, कितनी बार खा रहे हैं. इसका मतलब है आपके शरीर को कितने जरुरी पोषक तत्व, Nutrients मिल रहे हैं. "Nutrition के इस आन्दोलन में People Participation भी बहुत जरुरी है. जन-भागीदारी ही इसको सफल करती है. पिछले कुछ वर्षों में, इस दिशा में, देश में, काफी प्रयास किए गये हैं.  

  10. अपने कार्यक्रम में पीएम मोदी ने भारतीय सेना से जुड़ी एक खबर भी बताई. पीएम मोदी ने भारतीय सेना के जाबांज किरदारों का जिक्र करते हुए कहा कि सोफी और विदा, Indian Army के श्वान हैं, Dogs हैं और उन्हें Chief of Army Staff ‘Commendation Cards' से सम्मानित किया गया है.  हमारी सेनाओं में, हमारे सुरक्षाबलों के पास, ऐसे, कितने ही बहादुर श्वान है Dogs हैं जो देश के लिये जीते हैं और देश के लिये अपना बलिदान भी देते हैं. कितने ही बम धमाकों को, कितनी ही आंतकी साजिशों को रोकने में ऐसे Dogs ने बहुत अहम् भूमिका निभाई है. कुछ समय पहले मुझे देश की सुरक्षा में Dogs की भूमिका के बारे में बहुत विस्तार से जानने को मिला.  दिन पहले ही आपने शायद TV पर एक बड़ा भावुक करने वाला दृश्य देखा होगा, जिसमें, बीड पुलिस अपने साथी Dog रॉकी को पूरे सम्मान के साथ आख़िरी विदाई दे रही थी. रॉकी ने 300 से ज्यादा केसों को सुलझाने में पुलिस की मदद की थी.