प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आये भूकंप के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से बात की और हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया। आपको बता दें कि सोमवार को अफगानिस्तान में आए जबरदस्त भूकंप के झटके पाकिस्तान और समूचे उत्तर भारत में भी महसूस किए गए। पाकिस्तान में अब तक 130 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है वहीं अफगानिस्तान में भी 14 स्कूली छात्राओं की मौत की खबर है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस नवाज शरीफ से बातचीत की जानकारी दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति से भी फोन पर बात की और मदद का अश्वासन दिलाया। मोदी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से भी फोन पर बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। 7.5 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में था।
बिहार में दो चुनावी रैलियों को संबोधित कर लौटे मोदी ने शाम को ट्वीट किया, ‘बिहार से लौटा हूं। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद से बात की और दुर्भाग्यपूर्ण भूकंप की वजह से बने हालात का जायजा लिया।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैंने अभी राष्ट्रपति अशरफ गनी से बात की और भूकंप से हुए नुकसान पर मेरी ओर से सहानुभूति और संवेदना प्रकट की।’
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मुझसे नुकसान के अपने आंतरिक आकलन को साझा किया। मैंने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।’ मोदी के मुताबिक गनी ने उन्हें बताया कि भूकंप की वजह से एक स्कूली इमारत गिर गयी और कुछ बच्चे मारे गये।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे यह सुनकर बहुत दुख हुआ। जब राष्ट्रपति गनी मुझे स्कूल के बारे में बता रहे थे तो मेरा दिमाग 2001 में कच्छ के अंजार में आई इसी तरह की आपदा की ओर चला गया। बहुत बुरा लगा।’
इससे पहले मोदी ने भूकंप आने के तत्काल बाद कहा था कि उन्होंने नुकसान का फौरन आकलन करने को कहा है जिससे भारत के भी कई हिस्से प्रभावित हुए हैं। मोदी ने ट्वीट किया, ‘अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में भूकंप के जोरदार झटकों के बारे में पता चला, जिसके झटके भारत के हिस्सों में भी महसूस किये गये। मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैंने तत्काल आकलन करने को कहा है और हम अफगानिस्तान और पाकिस्तान समेत जहां भी जरूरत हुई, सहायता के लिए तैयार हैं।’ भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से करीब 250 किलोमीटर दूर देश के उत्तर पूर्व में था। इसके झटके करीब एक मिनट तक महसूस किये गये।