Lockdown के आखिरी दिन PM मोदी करेंगे देश को संबोधित, शुरू हो सकती हैं ये सेवाएं

कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लागू 21 दिन के लॉकडाउन का आज आखिरी दिन है. पीएम मोदी सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे.

Lockdown के आखिरी दिन PM मोदी करेंगे देश को संबोधित, शुरू हो सकती हैं ये सेवाएं

PM मोदी सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लागू 21 दिन के लॉकडाउन का आज आखिरी दिन है. पीएम मोदी सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे, जिसको लेकर जनता उत्सुक है. राज्यों के साथ व्यापक तौर पर हुई चर्चा के बाद लॉकडाउन को दो हफ्ते तक बढ़ाने को लेकर आम सहमति बनती दिखी थी. इस बीच, यह उम्मीद बढ़ी है कि प्रधानमंत्री सिलसिलेवार तरीके से आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने की योजना पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं. तमिलनाडु और अरुणाचल प्रदेश ने सोमवार को लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. इन दोनों राज्यों के अलावा ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक पहले ही यह कदम उठा चुके हैं. 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन इलाकों में कोरोना के कम मामले हैं वहां सरकार लॉकडाउन को धीरे-धीरे खत्म पर भी विचार कर रही है. सूत्रों ने NDTV को बताया कि लॉकडाउन के बीच सरकार प्रोडक्शन यूनिट को कुछ हद तक मंजूरी दे सकती है. इसके साथ-साथ दवा के प्रोडक्शन यूनिट को भी मंजूरी मिलने पर सहमित बनती दिख रही है. बस, रेल सेवा और हवाई यात्रा में हालांकि फिलहाल कोई छूट मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. वहीं, जिन इलाकों को कोरोना हॉटस्पॉट घोषित किया गया है, वहां किसी भी तरह की कोई रियायत मिलने के संकेत नहीं मिल रहे हैं. बाकी इलाकों में प्रोडक्शन की इजाजत मिल सकती है.

इसके साथ-साथ दवा के प्रोडक्शन यूनिट को भी मंजूरी मिलने पर सहमित बनती दिख रही है. बस, रेल सेवा और हवाई यात्रा में हालांकि फिलहाल कोई छूट मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. वहीं, जिन इलाकों को कोरोना हॉटस्पॉट घोषित किया गया है, वहां किसी भी तरह की कोई रियायत मिलने के संकेत नहीं मिल रहे हैं. बाकी इलाकों में प्रोडक्शन की इजाजत मिल सकती है.

सूत्रों ने बताया कि राज्यों को भी फैसले का अधिकार दिया जाएगा. हालांकि राज्यों ने केंद्र पर ही इसका फैसला छोड़ा है. बता दें कि देश के 18 राज्यों के 91 जिलों में 80% कोरोना के मामले हैं. दिल्ली, मुम्बई, इंदौर और पुणे पर ज़्यादा नज़र और निगरानी है. यहां के मामलों में कमी के बाद ही सही तरह से आकलन होगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि मई के पहले हफ्ते के बाद हालात बेहतर हो पाएगा. जमाती के मामलों के कॉन्टेक्ट्स के बाद हालात का मूल्यांकन बेहतर हो  पाएगा. रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट का अब भी है इंतज़ार किया जा रहा है. वहीं, 1 लाख बेड्स फिलहाल देशभर के हॉस्पिटल में तैयार हैं. इसके साथ-साथ 20% मरीजों को ही ऑक्सीजन या वेंटीलेटर की ज़रूरत बताई जा रही है. 

उधर, लॉकडाउन (Lockdown) हटाने के लिए कई चरणों में काम शुरू हो गया है. इसके लिए देश को तीन जोन में बांटे जाने की कवायद शुरू की जा रही है. इसके तहत ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन बनाए जा रहे हैं. लॉकडाउन को इन्हीं जोन के हिसाब से लागू किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों की चार घंटे की मैराथन बैठक में चाहे लॉकडाउन दो हफ्ते बढ़ाने पर सहमति बनी हो, लेकिन यह भी आम राय है कि इसे धीरे-धीरे हटाया जाए. पीएम ने 'जान भी, जहान भी' की बात कहकर साफ कर दिया है कि वे कोरोना से लोगों की जान बचाने के साथ ही उनकी आजीविका और अर्थव्यवस्था को भी बचाना चाह रहे हैं. अब चरणबद्ध ढंग से एक-एक कर कदम बढ़ाया जाएगा.

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