पीएम मोदी के 'मुफ्त राशन' वाले कदम और बिहार की छठ पूजा का संदर्भ, समझिए इसके मायने

पीएम मोदी ने कहा, "आप सभी ने अपने करों का भुगतान किया है, यही कारण है कि गरीब और प्रवासी भूखे नहीं हैं. पूरे राष्ट्र की ओर से, मैं सभी किसानों और करदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं."

पीएम मोदी के 'मुफ्त राशन' वाले कदम और बिहार की छठ पूजा का संदर्भ, समझिए इसके मायने

''अब, जब हमें अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, तो बढ़ती लापरवाही चिंता का कारण है. लोगों को फिर से सतर्क रहना होगा, विशेष रूप से कंटेनमेंट जोन में. "

कोरोना संकट के इस दौर में त्योहारों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि देश के 80 करोड़ गरीबों (अमेरिका की ढाई गुना आबादी से भी अधिक) को मुफ्त अनाज दिए जाने वाले भारत सरकार की अहम योजना को नवंबर तक बढ़ा दिया गया है. कोरोनावायरस संक्रमण फैलने के दौरान राष्ट्र के नाम अपने छठे संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'त्योहारों का यह समय जरूरत भी बढ़ता है और खर्च भी बढ़ाता है. हमने अब फैसला किया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दिवाली और छठ पूजा यानि नवंबर महीन के आखिरी तक कर दिया जाएगा. इस दौरान 80 करोड़ लोगों को सरकार द्वारा 5 किलो गेंहू या 5 किलो चावल मुफ्त दिया  जाएगा. इसके अलावा प्रत्येक परिवार को एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा. इस योजना में 90 हजार करोड़ रुपए खर्च होगा.'

छठ पूजा बिहार के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जहां इस साल के अंत में, नवंबर के आसपास चुनाव होने हैं. प्रधानमंत्री की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन में उनके सहयोगियों ने हजारों प्रवासियों को राहत देने का आह्वान किया है, जो राज्य में लौटने के बाद बिना नौकरी के रह गए हैं, कोरोनोवायरस लॉकडाउन के दौरान फंसे और हताश हैं.

गौरतलब है कि पीएम ने 17 मिनट के संबोधन में चीन का कोई जिक्र नहीं किया, 15 जून को लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में 20 सैनिक मारे गए थे. इस घटना के बाद पीएम मोदी का यह पहला राष्ट्र ने नाम संबोधन था. Unlock2 पर ध्यान केंद्रित करते हुए, प्रधानमंत्री ने "वन नेशन, वन राशन कार्ड" योजना के बारे में भी बात की, जिसमें उन्होंने कहा कि इससे उन हजारों प्रवासी श्रमिकों और उनके परिवारों को लाभ होगा जिनके पास कोई निश्चित घर या दस्तावेज नहीं थे.

पीएम मोदी ने किसानों और करदाताओं को भी भारत में घातक वायरस से युद्ध में योगदान के लिए धन्यवाद दिया. कोरोना से देश में अब तक 5.6 लाख लोगों संक्रमित है. पीएम मोदी ने कहा, "आप सभी ने अपने करों का भुगतान किया है, यही कारण है कि गरीब और प्रवासी भूखे नहीं हैं. पूरे राष्ट्र की ओर से, मैं सभी किसानों और करदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं."

पीएम मोदी ने कहा कि Unlock1 के लागू होने के बाद देखे गए सामाजिक और व्यक्तिगत व्यवहार में लापरवाही एक समय में चिंता का कारण थी और कोरोनोवायरस के खिलाफ सावधानी बरतना भी अधिक महत्वपूर्ण था "गांव प्रधान हों या देश के प्रधान मंत्री, कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है," उन्होंने सभी से मास्क पहनने का आग्रह किया.

"इससे पहले, हम मास्क के बारे में सावधान थे, सोशल डिस्टेंसिंग करते थे और अपने हाथों को धोते थे, लेकिन अब, जब हमें अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, तो बढ़ती लापरवाही चिंता का कारण है. लोगों को फिर से सतर्क रहना होगा, विशेष रूप से कंटेनमेंट जोन में. , "

पीएम मोदी ने कहा,  "हम अनलॉक 2 में प्रवेश कर रहे हैं. हम एक ऐसे मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं जिसमें सर्दी, खांसी, बुखार बढ़ जाता है. मैं आप सभी से अपील करता हूं, कृपया अपना ख्याल रखें. कृपया लापरवाह न हों." प्रधानमंत्री ने कहा कि कई देशों की तुलना में भारत बेहतर था और समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों के कारण लाखों लोगों की जान बच गई.
 

Video: पीएम मोदी ने अपने संबोधन में नहीं किया चीन का जिक्र
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