UNESC में PM मोदी का संबोधन: कोरोना के खिलाफ 'जंग' को हमने जन आंदोलन बनाया, 10 खास बातें

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (United Nations Economic and Social Council) सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया.

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (United Nations Economic and Social Council) सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया. भारत के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्‍थायी सदस्‍य के रूप में चुने के जाने के बाद यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री यूएन के किसी सम्मेलन को संबोधित किया. संबोधन में पीएम ने कोरोना वायरस के खिलाफ देश की 'लड़ाई' का जिक्र किया. उन्‍होंने कहा कि हमने इस वैश्विक महामारी के दौर में दूसरे देशों के साथ न केवल सहायता में हाथ बढ़ाया बल्कि देश में रिकवरी रेट को सबसे अच्‍छा रखने में सफल रहे.

पीएम के संबोधन की 10 बातें..

  1. COVID-19 के खिलाफ साझा लड़ाई में, हमने 150 से अधिक देशों के साथ चिकित्सा और अन्य सहायता के लिए बढ़ाया है. संयुक्‍त राष्‍ट्र आज 193 सदस्य देशों को एक साथ लाता है. इसकी सदस्यता के बढ़ते दायरे के साथ संगठन से उम्मीदें भी बढ़ी हैं.

  2. पिछले साल, हमने अपने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनाई. हमारे छह सौ हजार गांवों में पूर्ण स्वच्छता कवरेज प्राप्त करके. हमने वित्तीय समावेशन के लिए टेक्‍नोलॉजी का लाभ उठाया है. यह एक विशिष्ट पहचान संख्या, एक बैंक खाते और सभी के लिए एक मोबाइल की 'त्रिमूर्ति' पर आधारित है.

  3. हमारा 'हाउसिंग फॉर ऑल' कार्यक्रम यह सुनिश्चित करेगा कि प्रत्येक भारतीय के पास 2022 तक उनके सिर पर एक सुरक्षित और सुरक्षित छत होगी, जब भारत स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में 75 साल पूरे करेगा.

  4. हमारा मकसद सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास मे है. यह सतत विकास लक्ष्यों के पीछे मुख्य विचार से जुड़ा हुआ है .

  5. कोविड-19 महामारी ने दुनिया के लगभग सारे देशों पर असर डाला है और हमारे धैर्य की परीक्षा ली है. COVID-19 के खिलाफ जंग में हमारा रिकवरी रेट सबसे अच्‍छा रहा है. भारत में हमने महामारी के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन बनाने का प्रयास किया.कोविड के खिलाफ लड़ाई में हमारे जमीनी स्तर की स्वास्थ्य प्रणाली भारत को दुनिया में इस संक्रमण से उबरने की सबसे बेहतर दर सुनिश्चित में मदद कर रही है 

  6. कोविड-19 महामारी ने दुनिया के लगभग सारे देशों पर असर डाला है और हमारे धैर्य की परीक्षा ली है..

  7. तूफान, कोरोना और इबोला संकट...यह मानव निर्मित संकट हो या प्रकृति निर्मित भारत ने सबका पूरी सक्षमता से सामना किया है.

  8. संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ आज की दुनिया में इसकी भूमिका और महत्ता के आकलन का अवसर है.भारत का दृढ़ मत है कि स्थायी शांति और समृद्धि को बहुपक्षीय माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है

  9. हमने कोरोना से उपजी आर्थिक स्थिति को ठीक करने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की. हम अर्थव्यवस्था को वापस ट्रैक पर लाने के लिए पैकेज लेकर आए.

  10. भारत ने पिछले 5 साल में 38 मिलियन कार्बन उत्सर्जन कम किया. हमने गरीबों के लिए घर बनाए, गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना लाए.