पीएम मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में युवाओं को रॉकेट लॉन्चिंग देखने जाने को कहा (FILE)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में हुनर हाट से लेकर इसरो तक के अपने अनुभवों पर बात की. इस दौरान, देश का नाम रोशन करने वाली 12 साल की काम्या कार्तिकेयन का जिक्र किया. उन्होंने महिलाओं और बेटियों की उद्यमशीलता और साहस का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा, "मैं सभी स्कूलों के प्रिंसिपलों से गुजारिश करता हूं कि वो श्रीहरिकोटा में रॉकेट लॉन्चिंग दिखाने के लिए बच्चों की ट्रिप प्लान करें. श्रीहरिकोटा में 10,000 लोगों के लिए रॉकेट लॉन्च देखने की व्यवस्था की गई. लॉन्चिंग देखने के लिए इसरो की वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग की जा सकती है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों हमारे देश के बच्चों और युवाओं में साइंस और टेक्नोलॉजी को लेकर लगातार रूचि बढ़ रही है. अंतरिक्ष में सैटेलाइट का रिकॉर्ड प्रक्षेपण, नए-नए रिकॉर्ड, नए-नए मिशन हर भारतीय को गर्व से भर देते हैं. जब मैं चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग के समय बेंगलुरू में था, तो मैंने देखा कि वहां मौजूद बच्चों का उत्साह देखते बनता था. उनकी आंखों में नींद का नामो-निशान तक नहीं था. एक तरह से वे पूरी रात जागते रहे. उन बच्चों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार को लेकर जो उत्सुकता थी वो हम कभी नहीं भूल सकते हैं.
उन्होंने कहा कि बच्चों और युवाओं के इसी उत्साह और उनमें साइंटिफिक टैंपर को बढ़ाने के लिए एक और व्यवस्था शुरू की गई है. अब आप श्रीहरिकोटा से होने वाले रॉकेट लॉन्चिंग को सामने बैठकर देख सकते हैं. हाल ही में इसे सबके लिए खोल दिया गया है. विजिटर गैलरी बनाई गई है, जिसमें 10,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. इसरो की वेबसाइट पर दिए लिंक के जरिये ऑनलाइन बुकिंग की जा सकती है.
उन्होंने कहा कि 31 जनवरी 2020 को लेह के कुशोक बाकुल रिम्पोची एयरपोर्ट से वायुसेना के AN-32 विमान ने उड़ान भरके नया इतिहास बनाया. इसमें ईंधन में 10 प्रतिशत बायो जेट ईंधन मिलाया गया था. दोनों इंजनों को मिश्रित बायो जेट ईंधन से चलाया गया.
अनुराग कश्यप बोले-'गृह मंत्री के लिए मेरे मन में सम्मान नहीं, उन्हें कानून का खुद नहीं पता, यह सरकार अनपढ़ है'
प्रधानमंत्री ने कहा कि नया भारत, अब पुराने नजरिए के साथ चलने को तैयार नहीं है. खासतौर पर न्यू इंडिया की हमारी बहनें और माताएं आगे बढ़कर चुनौतियों को अपने हाथों में ले रही हैं. इससे पूरे समाज में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है. मैं बारह साल की बेटी काम्या कार्तिकेयन की उपलब्धि की चर्चा जरूर करना चाहूंगा. काम्या ने सिर्फ बारह साल की उम्र में ही माउंट एकॉन्कागुआ (Mount Aconcagua) को फतेह किया है. यह चोटी 7000 मीटर ऊंची है. इस महीने की शुरुआत में काम्या ने चोटी को फतेह किया और सबसे पहले, वहां हमारा तिरंगा फहराया.
Mann Ki Baat : PM मोदी ने कहा - हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं, शांति हर सवाल का जवाब
हुनर हाट के अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले, मैंने दिल्ली के हुनर हाट में एक छोटी सी जगह में हमारे देश की विशालता, संस्कृति, परम्पराओं, खानपान और जज्बातों की विविधताओं के दर्शन किए.
वीडियो: गोली मारने के नारे लगवा कर क्या चाहते हैं अनुराग ठाकुर?