लद्दाख में पीएम मोदी का सैनिकों को संबोधन, 'भारत के दुश्मनों ने आपकी फायर और फ्यूरी दोनों देखी है', 5 बड़ी बातें

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक संघर्ष के बाद भारतीय सैनिकों की हौसला अफजाई करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक लेह पहुंचे. अपने संबोधन में भारतीय सैनिकों के शौर्य की जमकर सराहना की.

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक संघर्ष के बाद भारतीय सैनिकों की हौसला अफजाई करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक लेह पहुंचे. अपने संबोधन में भारतीय सैनिकों के शौर्य की जमकर सराहना की.

पीएम के संबोधन की पांच बातें..

  1. लद्दाख में जवानों के बीच PM मोदी ने कहा- आपने अभी वीरता दिखाई. आत्मनिर्भर भारत को आपसे मजबूती है. आपकी बहादुरी और समर्पण अद्वितीय है. आपका साहस इन उच्चतम क्षेत्रों से अधिक है जहां आप सभी तैनात हैं.देश के दुश्मनों ने आपकी फायर और फ्यूरी दोनों देखी है.

  2. आपकी भुजाएं उतनी ही मजबूत हैं जितनी कि चारों ओर पहाड़ आपका आत्मविश्वास, दृढ़ संकल्प और विश्वास उतना ही अटल (अटल) है और यहां की चोटियां हैं.

  3. जिन स्थितियों में आप सभी अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं, वे दुनिया में सबसे कठिन हैं, और आपने समय और फिर से साबित कर दिया है कि भारतीय सशस्त्र बल दुनिया में अन्य सभी की तुलना में शक्तिशाली और बेहतर है. आपने यहां क्या किया है, जो संदेश आपने भेजा है, वह एक संदेश है जो दुनिया में पहुंचा है. आज, दुनिया भर में और विशेष रूप से भारत में हर एक भारतीय का मानना ​​है कि आप सभी देश को मजबूत और सुरक्षित रख सकते हैं.

  4. मैं आप सभी और सभी सैनिकों को सलाम करना चाहता हूं जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना जीवन लगा दिया. लद्दाख के हर कोने, हर पत्थर, हर नदी और यहाँ का हर कंकड़ जानता है कि यह भारत का अभिन्न अंग है.आज मैं आपकी जय बोलता हूं और आपका अभिनंदन करता हूं. मैं गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों की पुन: श्रद्धाजंलि अर्पित करता हूं. उनके सिंहनाद से धरती अभी उनका जयकारा कर रही है. आज हर देशवासी का सिर आपके सामने अपने देश के वीर के सामने आदर पूर्वक नतमस्तक होकर नमन करता है. 

  5. लद्दाख का पूरा हिस्सा भारत का मस्तक है. 130 करोड़ भारतीयों का मान-सम्मान का प्रतीक है. यह राष्ट्रभक्तों की धरती है. आज लद्दाख के लोग हर स्तर पर चाहे वह सेना हो या सामान्य नागरिक के कर्तव्य हो, राष्ट्र को मजबूत करने के लिए प्रेरणा दे रहे हैं.