गरीबों के कोटे पर अमीरों के बच्चों का एडमिडशन, कई नामी स्कूलों में छापेमारी

गरीबों के कोटे पर अमीरों के बच्चों का एडमिडशन, कई नामी स्कूलों में छापेमारी

मामले की मुख्य आरोपी पुनीता मक्कड़ की तस्वीर

नई दिल्ली:

'पुनीता एंड फैमिली'... पुलिस की मानें तो, ईडब्लूएस यानी गरीबों के कोटे में फर्जी तरीके से अमीरों के बच्चों का एडमिशन कराना इनका खानदानी पेशा है। इस मामले में पहले बेटी काजल गिरफ्तार हुई, उसके बाद मां पुनीता मक्कड़ ने सरेंडर किया और अब पुलिस को उसके पति प्रिंस की तलाश है।

शनिवार को दिल्ली पुलिस ने कई नामी स्कूलों में छापेमारी की, जिनमें रोहिणी के जी डी गोयनका, डीपीएस, बाल भारती स्कूल प्रमुख हैं। इस दौरान पुनीता भी पुलिस के साथ थी।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पुनीता ने पूछताछ में कई स्कूलों के अधिकारियों की मिली भगत बताई है। हालांकि स्कूल प्रशासन खुद को पाक साफ बताते रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक पुनीता फर्जी ऐडमिशन मामले की मास्टरमाइंड है। उसने सबसे पहले फ़र्ज़ी तरीके से अपनी बहन के बच्चे का दाखिला करवाया। ऐडमिशन का यह तरीका उसे बेहद पसंद आया।

पुलिस की मानें तो, पुनीता ने इस गोरखधंधे में अपने पति और बेटी को भी शामिल किया और तीन साल में ही दिल्ली के कई नामी स्कूलों में करीब 100 दाखिले करा दिए। इसके लिए उसने बड़े पैमाने पर फर्जी आय प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र बनवाए। लगभग हर निवास प्रमाण पत्र पर उसने घर से बच्चे के स्कूल की दूरी 1 किलोमीटर दिखाई, जिससे बच्चे को एडमिशन के दौरान ज्यादा प्वाइंट मिल सकें।

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पुनीता ने इस गोरखधंधे से करोड़ों की संपत्ति बनाई है। उसके तीन फ्लैटों की भी जानकारी मिली है। अब तक इस मामले में पुलिस नौ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और कई और गिरोहों की तलाश जारी है। इस मामले में बीजेपी के एक पूर्व एमएलए का नाम भी सामने आ रहा है।