ऑड-ईवन लागू होने के बाद या तो प्रदूषण बढ़ा या पहले जैसा रहा, हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश

ऑड-ईवन लागू होने के बाद या तो प्रदूषण बढ़ा या पहले जैसा रहा, हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश

दिल्‍ली में प्रदूषण पर रिपोर्ट शुक्रवार को दिल्‍ली हाईकोर्ट में दाखिल की गई (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली:

दिल्ली हाईकोर्ट में सेंट्रल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और मिनिस्ट्री आफ अर्थ एंड साइंस की प्रदूषण से संबधित रिपोर्ट दाखिल की गई। दोनों ही रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑड-ईवन फार्मूले के लागू होने के बावजूद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर या तो बराबर है या बढ़ा है।

क्‍या कहती है सेंट्रल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट
-इस रिपोर्ट के अनुसार, पंजाबी बाग,आनन्द विहार, में पीएम 2.5 और पीएम 10 बहुत ज्यादा है। दिसंबर के महीने में पीएम 2.5 स्तर पंजाबी बाग इलाके में 200 से 340 प्वाइंट तक था जबकि इसी माह में आनन्द विहार इलाके में यह 260 से 510 प्वाइंट तक था।

- 31 दिसंबर से 7 जनवरी तक पंजाबी बाग इलाके में जब ऑड-ईवन फार्मूला लागू हुआ तो पीएम 2.5 का ये स्तर 240 से 471 प्वाइंट तक पहुंच गया,जो कि दिसंबर की तुलना में कहीं ज्यादा है। इसी तरह आनन्द विहार इलाके में 1 से 7 जनवरी के बीच पीएम 2.5 का स्तर दिसंबर के माह की ही तरह 291 से 458 के बीच रहा।

- मन्दिर मार्ग इलाके में दिसंबर में एवरेज पीएम 2.5 लेवल 90 से 339 प्वाइंट है और एक से सात जनवरी तक भी यहां पीएम 2.5 का 150 से 359 तक का लेवल है।

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यह है मिनिस्ट्री आफ अर्थ साइंस की प्रदूषण पर रिपोर्ट
-एयरपोर्ट, मथुरा रोड,लोधी रोड,दिल्ली यूनिवर्सिटी में एक से सात जनवरी के बीच पीएम 2.5 का माप 250 से 450 प्वाइंट के बीच है जो बेहद खतरनाक स्तर पर है।