पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी 7 जून को आरएसएस के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे
खास बातें
- 7 जून को है आरएसएस का कार्यक्रम
- डॉ. मुखर्जी का कार्यक्रम में हिस्सा लेना तय
- कांग्रेस ने कुछ भी बोलने से किया इन्कार
नई दिल्ली: अगर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अगले माह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है. संघ के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरूण कुमार ने बताया, ‘‘हमने भारत के पूर्व राष्ट्रपति को इसके लिए आमंत्रित किया था और यह उनकी महानता है कि उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपनी सम्मति दे दी है.’’ मुखर्जी को आरएसएस के स्वयं सेवकों के लिए आयोजित संघ शिक्षा वर्ग के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. यह कार्यक्रम सात जून को नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में आयोजित किया जाएगा. आरएसएस के एक पदाधिकारी ने यहां कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. इससे पहले 11 अक्टूबर 2014 को तत्कालीन उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी भी आरएसएस के कार्यक्रम 'एन्साइक्लोपीडिया ऑफ हिंदुज्म' के विमोचन में हिस्सा ले चुके हैं. आरएसएस ने मुखर्जी को सात जून को होने वाले अपने 'संघ शिक्षा वर्ग-तृतीय वर्ष समापन समारोह' के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है. खबरों के मुताबिक मुखर्जी ने इस न्योते को स्वीकार कर लिया है.
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वहीं इस मामले में एएनआई को दिये बयान में संघ की ओर कहा गया है कि यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, जो लोग संघ जानते है उनको पता है कि ऐसे कार्यक्रमों में हमेशा समाज के प्रमुख लोगों को बुलाया जाता रहा है. इस बार हमने डॉ. प्रणब मुखर्जी को बुलाया है. यह उनकी महानता है कि उन्होंने निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है.
गौरतलब है कि संघ के कार्यक्रम में डॉ. मुखर्जी के जाने की खबर पर इसलिये भी चर्चा हो रही है क्योंकि राष्ट्रपति बनने से पहले वो कांग्रेस के बड़े नेताओं में से गिने जाते रहे हैं जिनके संघ के साथ वैचारिक तौर पर गहरे मतभेद हैं.
कांग्रेस का कुछ भी बोलने से इनकार
कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किये जाने के मामले में टिप्पणी करने से आज इन्कार कर दिया है. पार्टी ने सिर्फ यह कहा कि वह इस कार्यक्रम समाप्त होने के बाद ही कुछ कह सकेगी. कांग्रेस के प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने संवाददाताओं से कहा, 'फिलहाल इस मामले पर हम कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. इस कार्यक्रम को होने दीजिये. उसके बाद हम कुछ कह सकेंगे.' उन्होंने इतना जरूर कहा है, 'आरएसएस और हमारी विचारधारा में बहुत अंतर है. यह वैचारिक फर्क आज भी है और आगे भी रहेगा.'