CAA का जेडीयू ने क्यों समर्थन किया यह तो नीतीश कुमार जी ही बता सकते हैं : प्रशांत किशोर

CAA और एनआरसी को लेकर जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार के बीच मतभेद बहुत गहरे हो चुके हैं.

CAA का जेडीयू ने क्यों समर्थन किया यह तो नीतीश कुमार जी ही बता सकते हैं : प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर CAA पर पार्टी के रुख के खिलाफ बोल रहे हैं

पटना:

CAA और एनआरसी को लेकर जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार के बीच मतभेद बहुत गहरे हो चुके हैं. CAA को समर्थन करने के फैसले पर प्रशांत किशोर ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में एक बार फिर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि संसद की स्थाई समिति की रिपोर्ट कोई चेक करे ले. इसमें जेडीयू की ओर से पहला असहमति पत्र दिया गया है. लेकिन पता नहीं किन परिस्थितियों में जेडीयू ने दोनों सदनों में नागरिकता कानून का समर्थन किया है, अब ये तो नीतीश कुमार जी ही बता सकते हैं. आपको बता दें कि नागरिकता कानून को समर्थन करने के पार्टी के फैसले के खिलाफ प्रशांत किशोर खुलकर बोल रहे हैं.  वहीं चुनाव को लेकर जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने NDTV से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने चुनाव में सीटों के बंटवारे से लेकर NRC पर अपनी  पार्टी के स्टैंड पर बात की. सीट बंटवारे को लेकर किशोर ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी को सीटों के बंटवारे को लेकर JDU के प्रस्ताव पर जरूर विचार करना चाहिए. मुझे लगता है कि जेडीयू को आगामी चुनाव में 50 फीसदी से ज्यादा सीटें मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी से सीट बंटवारे को लेकर अनुपात 1 बटे 1.3 या 1.4 ही रहेगा. उन्होंने एनआरसी को लेकर भी अपनी पार्टी का स्टैंड साफ किया. 

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने पहले ही साफ कर दिया है कि हमारी पार्टी राज्य में एनआरसी लागू नहीं करेगी. उधर, सीटों के बंटवारें को लेकर प्रशांत किशोर के बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी नेता नितिन नवीन ने कहा कि सीट बंटवारे पर आखिरी फैसला पार्टी हाई कमान को लेना है. मुझे समझ नहीं आ रहा है कि इस मुद्दे पर प्रशांत किशोर इतनी बयानबाजी क्यों कर रहे हैं. जबकि जेडीयू के कुछ नेताओं का कहना है कि प्रशांत किशोर जो बोल रहे हैं वैसी भावना नीतीश कुमार की है.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

आखिर क्यों चुप हैं नीतीश कुमार
हैरानी वाली बात यह है कि प्रशांत किशोर पार्टी के रुख के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहे हैं लेकिन जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार लगातार चुप्पी साधे हुए हैं. सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार पार्टी के नेताओं की धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं.