यह ख़बर 09 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

राष्ट्रपति अब नहीं कहलाएंगे 'महामहिम' या 'हिज़ एक्सीलेन्सी'...

खास बातें

  • राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने औपनिवेशिक काल के प्रोटोकॉल में बदलाव करते हुए नए प्रोटोकॉल को मंजूरी दे दी है, जिसके अनुसार अब 'राष्ट्रपति महोदय' शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा।
नई दिल्ली:

राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने औपनिवेशिक काल के 'हिज़ एक्सीलेन्सी'अथवा 'महामहिम' जैसे आदरसूचक शब्दों के इस्तेमाल वाले प्रोटोकॉल में बदलाव करते हुए नए प्रोटोकॉल को औपचारिक मंजूरी दे दी है, जिसके अनुसार अब 'राष्ट्रपति महोदय' शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा, और यह नया प्रोटोकॉल तत्काल प्रभाव से लागू होगा।

राष्ट्रपति ने देश में और देश से बाहर गणमान्य लोगों से मुलाकातों और उनके अभिवादन के दौरान इस्तेमाल के लिए प्रोटोकॉल के नए नियमों को मंजूरी दी, जिनके तहत अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया गया है कि उनके लिए सरकारी समारोहों का आयोजन यथासंभव राष्ट्रपति भवन परिसर में ही किया जाए, ताकि पुलिस तथा अन्य एजेंसियों पर कम बोझ पड़े और जनता को भी असुविधा नहीं हो।

राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार अब से देश में होने वाले समारोहों और राष्ट्रपति से भारतीय गणमान्य लोगों की मुलाकातों के दौरान 'हिज़ एक्सीलेन्सी' शब्द के इस्तेमाल पर रोक होगी और ऐसे अवसरों पर हिन्दी में 'महामहिम' के स्थान पर 'राष्ट्रपति महोदय' शब्द का उपयोग किया जाना चाहिए।

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श्री मुखर्जी ने मौजूदा प्रोटोकॉल की समीक्षा करने के बाद यह निर्देश भी दिया है कि राष्ट्रपति और राज्यपाल के लिए 'माननीय' शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा तथा उनके नाम से पहले 'श्री' अथवा 'श्रीमती' लगाने की भारतीय परम्परा को अपनाया जाना चाहिए।