राष्ट्रपति चुनाव 2017 : एनडीए प्रत्याशी चुनने को बीजेपी संसदीय दल की बैठक आज

बीजेपी ने अपने सांसदों तथा विधायकों को दिल्ली बुलाया है, ताकि चुनाव के लिए दाखिल किए जाने वाले नामांकन पत्रों पर दस्तखत करवाए जा सकें. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, नामांकन पत्रों पर नाम बीजेपी संसदीय दल की बैठक, जो सोमवार को ही होने जा रही है, में किसी नाम पर फैसला हो जाने के बाद जोड़े जाने की उम्मीद है.

राष्ट्रपति चुनाव 2017 : एनडीए प्रत्याशी चुनने को बीजेपी संसदीय दल की बैठक आज

राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी चुनने की खातिर बीजेपी संसदीय दल की बैठक बुलाई गई है...

खास बातें

  • बीजेपी ने अपने सांसदों और विधायकों को दिल्ली बुलाया है
  • बीजेपी संसदीय दल की बैठक में किसी नाम पर फैसला हो सकता है
  • राष्ट्रपति प्रत्याशी चुनने के बाद बीजेपी फिर विपक्ष से संपर्क साधेगी
नई दिल्ली:

भारत का अगला राष्ट्रपति कौन होगा, इसके लिए अब चुनाव होना अवश्यंभावी हो गया है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) तथा विपक्ष के बीच जारी वार्ता का शुरुआती दौर खत्म होने की कगार पर है, और ऐसे किसी प्रत्याशी के आसार नज़र नहीं आ रहे हैं, जिस पर सर्वसम्मति बन सके - क्योंकि बीजेपी ने अपनी ओर से अब तक कोई नाम घोषित नहीं किया है, और विपक्षी दलों का कहना है कि वे कोई भी निर्णय तभी ले सकते हैं, जब कोई नाम घोषित कर दिया जाएगा.

अब बीजेपी ने अपने सांसदों तथा विधायकों को दिल्ली बुलाया है, ताकि चुनाव के लिए दाखिल किए जाने वाले नामांकन पत्रों पर दस्तखत करवाए जा सकें. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, नामांकन पत्रों पर नाम बीजेपी संसदीय दल की बैठक, जो सोमवार को ही होने जा रही है, में किसी नाम पर फैसला हो जाने के बाद जोड़े जाने की उम्मीद है.

माना जा रहा है कि राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो जाने के बाद बीजेपी एक बार फिर विपक्षी दलों से संपर्क साधेगी. सर्वसम्मति बनाने की कोशिशों के तहत तीन-सदस्यीय - केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली तथा सूचना व प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू - समिति विपक्ष से पहले भी संपर्क कर चुकी है.

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह विपक्षी दलों की इन शिकायतों को खारिज कर चुके हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार के दो मंत्रियों राजनाथ सिंह तथा एम. वेंकैया नायडू जब उनके (विपक्षी दलों के) पास पहुंचे थे, राष्ट्रपति पद के लिए कोई भी नाम पहले से तय नहीं थे. बीजेपी प्रमुख ने कहा कि अगर वे लोग (राजनाथ सिंह तथा वेंकैया नायडू) पहले से नाम लेकर विपक्षी दलों के पास पहुंचे होते, तो यही पार्टियां शिकायत करतीं कि सरकार ने पहले से ही सब कुछ तय कर रखा है.

अधिकतर विपक्षी दल - जिनमें कांग्रेस, वामदल तथा तृणमूल कांग्रेस शामिल हैं - बीजेपी द्वारा अपने प्रत्याशी का नाम घोषित किए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. दक्षिण भारत की ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआईएडीएमके) व तेलुगूदेशम पार्टी (टीडीपी) तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सहयोगी रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने कहा है कि वे इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का समर्थन करेंगे, जबकि एक अन्य सहयोगी शिवसेना ने इस पर आपत्ति जताई है.

उम्मीद की जा रही है कि नामांकन 23 जून को दाखिल किया जाएगा, और प्रधानमंत्री के स्वयं भी उस समय उपस्थित रहने की संभावना है. गौरतलब है कि अगले ही दिन उन्हें अमेरिका यात्रा पर रवाना होना है. उसी समय निर्वाचित प्रतिनिधि (जो चुनाव में वोट भी देंगे) एनडीए के प्रत्याशी के नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे. कुल मिलाकर चार नामांकन पत्र दाखिल किए जाते हैं, जिनमें से प्रत्येक पर 50 प्रस्तावकों तथा 50 अनुमोदकों के हस्ताक्षर होते हैं. हस्ताक्षर प्रक्रिया के लिए 19 तथा 20 जून - दो दिन निर्धारित किए गए हैं.


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