पश्चिम बंगाल में निष्पक्ष चुनाव के लिए वहां राष्ट्रपति शासन लगाना होगा: विजयवर्गीय

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र नहीं है, वहां हिंसा और भ्रष्टाचार की राजनीति है, वह एक ऐसा प्रदेश है जहां पर नौकरशाही का अपराधीकरण हो गया है

पश्चिम बंगाल में निष्पक्ष चुनाव के लिए वहां राष्ट्रपति शासन लगाना होगा: विजयवर्गीय

बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय (फाइल फोटो).

रायपुर:

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) में यदि निष्पक्ष चुनाव कराना है तो वहां राष्ट्रपति शासन लगाना होगा, नहीं तो वहां निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता. विजयवर्गीय ने यह बात रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कही. विजयवर्गीय ने आरोप लगाया, ‘‘पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र नहीं है, वहां हिंसा और भ्रष्टाचार की राजनीति है. वह एक ऐसा प्रदेश है जहां पर नौकरशाही का अपराधीकरण हो गया है. विपक्ष के लोगों की प्राइवेट शूटर हायर करके अधिकारियों के संरक्षण में हत्या कराई जा रही हैं. ममता बनर्जी के नेतृत्व में जो सरकार है उसके खिलाफ लोगों में आक्रोश है.''

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा भाजपा नेता इमरती देवी को लेकर टिप्पणी पर भाजपा के वरिष्ठ नेता विजयवर्गीय ने कहा,‘‘ मैं इतने वर्षों से राजनीति में हूं, इतने हल्के शब्दों का इस्तेमाल पहले कभी नहीं हुआ है. अर्जुन सिंह जी के साथ, मोतीलाल वोरा जी के साथ, पटवा जी, कैलाश जोशी जी, ऐसे बहुत सारे दिग्गज नेताओं के साथ विधानसभा में रहने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ है, इतने हल्के शब्दों का प्रयोग कभी नहीं हुआ जितना कि अभी हो रहा है. इसकी शुरुआत कमलनाथ जी ने की है. महिलाओं के प्रति जिस प्रकार के शब्दों का कमलनाथ जी ने उपयोग किया है, मैं समझता हूं सारा प्रदेश शर्मसार है.''

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस का चाहे केंद्रीय नेतृत्व हो या राज्य का नेतृत्व, अपनी विश्वसनीयता खो चुका है और इसलिए मध्य प्रदेश के उपचुनाव में हम 28 की 28 सीटें जीते, तो हमको आश्चर्य नहीं होगा.''

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विजयवर्गीय ने छत्तीसगढ़ सरकार को लेकर कहा, ‘‘यहां कांग्रेस में अहंकार दिखाई देता है. अहंकार रावण का भी कभी नहीं रहा. किसी भी व्यक्ति का अहंकार कभी नहीं रहता है. लोकतंत्र में सभी का सम्मान होना चाहिए. छत्तीसगढ़ का नेतृत्व अहंकार से ग्रस्त है.''



(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)