प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोजांबिक सहित चार अफ्रीकी देशों की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोजांबिक सहित चार अफ्रीकी देशों की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना...

खास बातें

  • पांच दिवसीय यात्रा की शुरुआत मोजांबिक से होगी
  • अपनी यात्रा का ब्यौरा फेसबुक पोस्ट में जारी किया
  • भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है
नई दिल्‍ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार अफ्रीकी देशों की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए। अफ्रीकी देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अफ्रीका के चार देशों की यात्रा का मकसद संबंधों को प्रगाढ़ बनाना है। विशेष तौर पर आर्थिक क्षेत्र में और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत बनाना है।

प्रधानमंत्री मोदी की पांच दिवसीय यात्रा की शुरूआत मोजांबिक से होगी और इसके बाद वे दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया और केन्या जाएंगे। पीएम की यात्रा का मकसद इन देशों के साथ हाइड्रोकार्बन, नौवहन सुरक्षा, कारोबार और निवेश तथा कृषि एवं खाद्य क्षेत्र में सहयोग को गहरा बनाना है।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा, 'मेरी अफ्रीका यात्रा का मकसद भारत और अफ्रीका के संबंधों को और मजबूत बनाना है, जिसकी शुरूआत मोजांबिक से होगी जो संक्षिप्त लेकिन महत्वपूर्ण होगी।' उन्होंने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका में मेरा कार्यक्रम प्रीटोरिया, जोहांसबर्ग, डरबन और पीटरमारिट्जबर्ग में होगा।' पीएम मोदी ने कहा, 'तंजानिया में मैं राष्ट्रपति डॉ. जान मागुफली के साथ चर्चा करूंगा, साथ ही भारतीय समुदाय के साथ बातचीत भी करूंगा।' केन्या यात्रा की चर्चा करते हुए उन्होंने ट्वीट किया, 'राष्ट्रपति यूकेन्यात्ता के साथ आर्थिक और लोगों के स्तर पर सम्पर्क मेरी केन्या यात्रा के केंद्र में होगा।'

अपनी यात्रा का ब्यौरा फेसबुक पोस्ट में जारी करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मोजांबिक या़त्रा का मकसद सहयोग बढ़ाना और सांस्कृतिक संबंध को गति प्रदान करना है। उन्होंने कहा, 'मैं वहां के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी के साथ बैठक करूंगा और व्यापक चर्चा करूंगा।' अन्य कार्यक्रमों में उनका नेशनल एसेंबली के अध्यक्ष वेरोनिका माकामो के साथ बैठक के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पार्क का दौरा करने के साथ छात्रों से बातचीत करने का भी कार्यक्रम है। उनका संक्षिप्त रूप से भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है।

शाम को पीएम मोदी प्रीटोरिया के लिए रवाना होंगे, जिसे उन्होंने 'सामरिक' रूप से महत्वपूर्ण सहयोगी बताया है और जिसके साथ हमारे ऐतिहासिक और गहरे संबंध हैं।

उन्होंने कहा, 'इतिहास इस बात का गवाह है कि किस प्रकार से महात्मा गांधी का दक्षिण अफ्रीका में प्रवास का उनपर और विश्व इतिहास पर प्रभाव पड़ा। वह दक्षिण अफ्रीका वकील के तौर पर काम के सिलसिले में गए और मानव मूल्यों की एक मजबूत आवाज के रूप में भारत लौटे, जिन्होंने मानवता के इतिहास को आकार प्रदान किया।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं फीनिक्स आवास क्षेत्र और पीटरमारित्जबर्ग की यात्रा करके सम्मानित महसूस करूंगा, ये दो स्थल दक्षिण अफ्रीका में महात्मा गांधी के प्रवास के दौरान उनसे करीबी तौर पर जुड़े थे।' उन्होंने कहा, 'मदीबा (नेल्सन मंडेला) का स्मरण किए बिना दक्षिण अफ्रीका की यात्रा अधूरी होगी। मैं कंस्टीट्यूशन हिल और नेल्‍सन मंडेला फाउंडेशन की यात्रा करके सम्मानित महसूस करूंगा, जहां मैं मानव इतिहास के युग पुरूष को श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा, जिन्होंने अपने देश और दुनिया को बेहतर स्थान बनाया।' दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति जैकब जुमा और उपराष्ट्रपति साइरिल रामफोसा से मुलाकात करेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारे आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए मैं भारत-दक्षिण अफ्रीका कारोबार बैठक को संबोधित भी करूंगा।' अन्य कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री मोदी डरबन में एलुमनी नेटवर्क की बैठक और वहां के मेयर की मेजबानी में एक भोज में भी हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री ने 'नरेंद्र मोदी मोबाइल एप' के जरिए अपने भाषण के संबंध में विचार और राय को आमंत्रित किया।

उन्होंने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका विविधतापूर्ण भारतीय समुदाय का आवास स्थल है, जिन्होंने वर्षों से दक्षिण अफ्रीका को अपना घर बना लिया है। मैं 8 जुलाई को जोहांसबर्ग में भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम में हिस्सा लूंगा।' पीएम ने आगे कहा कि 10 जुलाई को वह तंजानिया की संक्षिप्त लेकिन महत्वपूर्ण यात्रा पर जाएंगे ताकि इस देश के साथ संबंधों को गहरा बनाया जा सके। इस देश को उन्होंने अफ्रीका में मूल्यवान मित्र बताया।

उन्होंने कहा, 'इस दौरान राष्ट्रपति डॉ. जान मागुफुली के साथ व्यापक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होगी, जहां हम विभिन्न क्षेत्रों में भारत तंजानिया संबंधों के आगे का खाका तैयार करेंगे।' उन्होंने कहा कि वह अफ्रीका में ग्रामीण महिला सौर इंजीनियरों के समूह 'सोलर मामा' से भी मिलेंगे, जिन्हें भारत सरकार समर्थित कार्यक्रम के तहत सौर लालटेन के साथ गांव में घरों में सौर रौशनी प्रणाली स्थापित करने, उपयोग करने, मरम्मत करने और उसका रखरखाव करने का प्रशिक्षण दिया गया है।'

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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