चुनाव से पहले बोला गया कि ओला-उबर ने रोजगार बढ़ाए, अब बोला जा रहा है इनकी वजह से मंदी आ गई, सरकार इतनी कन्फ्यूज क्यों है : प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के उस बयान पर निशाना साधा है जिसमें उन्होंने कहा कि ऑटो सेक्टर में मंदी की वजह लोगों का नई कार खरीदने के बाद ओला-उबर का इस्तेमाल करना है.

चुनाव से पहले बोला गया कि ओला-उबर ने रोजगार बढ़ाए, अब बोला जा रहा है इनकी वजह से मंदी आ गई, सरकार इतनी कन्फ्यूज क्यों है : प्रियंका गांधी

फाइल फोटो

खास बातें

  • ऑटो सेक्टर में मंदी
  • प्रियंका गांधी का बीजेपी पर निशाना
  • 'बीजेपी सरकार इतना कन्फ्यूज क्यों'
नई दिल्ली:

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के उस बयान पर निशाना साधा है जिसमें उन्होंने कहा कि ऑटो सेक्टर में मंदी की वजह लोगों का नई कार खरीदने के बाद ओला-उबर का इस्तेमाल करना है. प्रियंका गांधी ने ट्वीटर पर लिखा,  'चुनाव के पहले बोला गया कि Ola-Uber ने रोजगार बढ़ाए हैं. अब बोला जा रहा है कि Ola-Uber की वजह से आटो सेक्टर में मंदी आ गई है. भाजपा सरकार अर्थव्यव्स्था के मामले में इतनी कनफ्यूज (confused) क्यों है?' आपको बता दें कि प्रियंका गांधी बीजेपी पर लगातार हमले कर रही हैं. इससे पहले उत्तर प्रदेश के सोनभद्र एक सरकारी स्कूल में 'मिड डे मील' नमक रोटी परोसे जाने की खबर देने वाले पत्रकार की गिरफ्तारी पर भी निशाना साधा था. उन्होंने कहा, ' पत्रकार केवल आंख पर पट्टी बांध कर वाहवाही के लिए नहीं होते. उनका काम होता है जनता के मुद्दों पर खबरें बनाना और सरकार से जवाब लेना.  लेकिन उप्र भाजपा सरकार ऐसे पत्रकारों पर लगातार हमला बोल रही है. क्या भाजपा को आम जनता के मुद्दों का डर सता रहा है?'

वहीं अर्थव्यवस्था में मंदी के मुद्दे पर भी उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'अर्थव्यवस्था मंदी की गहरी खाई में गिरती ही जा रही है. लाखों हिंदुस्तानियों की आजीविका पर तलवार लटक रही है. ऑटो सेक्टर और ट्रक सेक्टर में गिरावट प्रोडक्शन-ट्रांसपोर्टेशन में निगेटिव ग्रोथ और बाजार के टूटते भरोसे का चिन्ह है.  सरकार कब अपनी आंखें खोलेगी?' ऐसा ही एक ट्वीट उन्होंने 5 सितंबर किया जिसमें लिखा, 'हर दिन मंदी की खबर और हर दिन भाजपा सरकार की इस पर खामोशी: दोनों बहुत खतरनाक हैं.  इस सरकार के पास न हल है न देशवासियों को भरोसा दिलाने का बल है.' सिर्फ बहानेबाजी, बयानबाजी और अफवाहें फैलाने से काम नहीं चलेगा.' 

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आपको बता दें कि देश के वाहन उद्योग में गिरावट को सिलसिला जारी है और अगस्त में भी मारुति सुजुकी इंडिया, हुंदै, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स और होंडा सहित सभी प्रमुख वाहन निर्माताओं ने बिक्री में भारी गिरावट की सूचना दी है. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री अगस्त महीने में 32.7 प्रतिशत घटकर 1,06,413 वाहन रह गई. इससे पिछले साल के समान महीने में कंपनी की बिक्री 1,58,189 इकाई रही थी. कंपनी ने बयान में कहा कि अगस्त में उसकी घरेलू बाजार में बिक्री 34.3 प्रतिशत घटकर 97,061 इकाई रह गई, जो अगस्त, 2018 में 1,47,700 इकाई थी. इसी तरह होंडा कार्स इंडिया और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने बिक्री में क्रमशः 51 प्रतिशत एवं 21 प्रतिशत की गिरावट की सूचना दी है. घरेलू क्षेत्र की प्रमुख वाहन कंपनी टाटा मोटर्स के यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री अगस्त में 58 प्रतिशत तक लुढ़क गयी. कंपनी ने पिछले 7,316 वाहनों की  बिक्री की. 

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होंडा कार्स इंडिया लि.(एचसीआईएल) की घरेलू बिक्री अगस्त महीने में 51.28 प्रतिशत घटकर 8,291 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 17,020 इकाई थी. माह के दौरान कंपनी ने 227 वाहनों का निर्यात भी किया. एचसीआईएल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक बिक्री एवं विपणन राजेश गोयल ने कहा कि उपभोक्ता धारणा कमजोर पड़ने से वाहन क्षेत्र में भारी गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि यह स्थिति तब है जबकि वाहन क्षेत्र में ऊंची छूट दी जा रही है और यह कार खरीदने का अच्छा समय है. टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वाहनों की बिक्री अगस्त में 21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,544 इकाइयों पर रही. टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने बयान जारी कर कहा है कि पिछले साल अगस्त में उसने 14,581 वाहनों की बिक्री की थी. 


इनपुट : भाषा

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