लद्दाख से उत्तराखंड तक की बार्डर पर वॉर टूरिज्म को प्रोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम

सीमा क्षेत्रों में आर्मेक्स -21 कार्यक्रम के तहत स्कींइंग से लेकर पर्वतारोहण जैसी कई प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा

लद्दाख से उत्तराखंड तक की बार्डर पर वॉर टूरिज्म को प्रोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

सेना बुधवार से लद्दाख से लेकर हिमाचल और उत्तराखंड तक के बार्डर पर वॉर टूरिज्म को बढ़ाने के लिए आर्मेक्स -21 कार्यक्रम करने जा रही है. इसके तहत स्कींइंग से लेकर पर्वतारोहण जैसी कई प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा. दिल्ली में इस कार्यक्रम की ई फ्लैगिंग होगी. पूर्वी लद्दाख के काराकोरम दर्रे पर होने वाली स्कीइंग प्रतियोगिता में सेना के लोग शामिल होंगे. वहीं हिमाचल और उत्तराखंड में होने वाले प्रोगाम में आम लोग हिस्सा ले सकेंगे. 

लोग ना केवल दुर्गम चोटियों पर चढ़ेगे बल्कि खरतनाक ग्लेशियर और दर्रे को पार करेंगे .  वही अरुणाचल के किबिथू और तूतिंग को भी जल्द ही पर्यटकों के लिये खोलने की योजना है. आर्मेक्स -21  का मकसद सरहद के दूरदराज इलाकों में पर्यटकों को आर्कषित करना है ताकि वह पड़ोसी देश के उन दावे को खारिज कर पाए. 

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इस कार्यक्रम में सेना और आम नागरिकों के साथ-साथ विदेशी नागरिक भी हिस्सा ले सकेंगे. सेना के इस प्रोगाम के पीछे सोच यह भी है कि जिस तरह दस महीने चीन धोखे से पेंगोंग लेक सहित पूर्वी लद्दाख के इलाके में आकर जम गया अब वह ऐसी हरकत दोबारा ना कर सके.