यह ख़बर 09 जुलाई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

खत्म हुई राहुल की पदयात्रा, अब महापंचायत की बारी

खास बातें

  • कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की पदयात्रा मथुरा के बाजना गांव में समाप्त हो गई। अब वह अलीगढ़ के नुमाइश मैदान में किसानों की महापंचायत को सम्बोधित करेंगे।
अलीगढ़/ मथुरा:

अलीगढ़ में पार्टी की तरफ से आयोजित किसान महापंचायत से एक दिन पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की पदयात्रा शुक्रवार को मथुरा के बाजना गांव में समाप्त हो गई। अब वह शनिवार को अलीगढ़ के नुमाइश मैदान में किसानों की महापंचायत को सम्बोधित करेंगे। जानकार सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी मथुरा के बाजना में शुक्रवार की रात को विश्राम करेंगे और सुबह यहीं से अलीगढ़ के नुमाइश मैदान की तरफ कूच करेंगे, जहां पर शनिवार को कांग्रेस की किसान महापंचायत होनी है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने पूछे जाने पर कहा, "राहुल जी का कार्यक्रम क्या होगा... इस बारे में कुछ भी कहना बहुत मुश्किल होता है।" किसान महापंचायत में प्रदेशभर से आने वाले किसानों से राहुल सीधे संवाद स्थापित करेंगे। इससे पहले, उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार पर हमला बोलने के साथ-साथ विरोधियों को संदेश देते हुए राहुल कहा कि लखनऊ या दिल्ली में बैठकर किसानों की समस्याएं नहीं सुलझाई जा सकती हैं। इस दौरान उन्होंने मानसून सत्र में किसान हितौषी भूमि अधिग्रहण विधेयक लाने का वादा किया। राहुल भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर किसानों की परेशानियां जानने के लिए उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के भट्टा पारसौल गांव से पदयात्रा पर निकले हैं। शुक्रवार को यात्रा के चौथे दिन उन्होंने अलीगढ़ के साथ-साथ मथुरा के गांव जाकर किसानों से मुलाकात की। अलीगढ़ के मरोड़गढ़ी गांव में रात बिताने के बाद शुक्रवार को देवाका गांव पहुंचकर किसानों की चौपाल को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, "राजनीति में जब तक कोई व्यक्ति जनता के बीच नहीं जाता, तब तक बात सामने नहीं आती, चाहे वह कितना ही होशियार क्यों न हो। राजनेता जब तक आप लोगों तक नहीं पहुंचेंगे, समस्याओं का सुधार नहीं हो सकता है।" राहुल ने कहा, "जब हम दिल्ली या लखनऊ में बैठते हैं तो हमें जमीनी हकीकत और सच्चाई के बारे में कुछ पता नहीं होता। सच्चाई जानने के लिए जमीन पर आना जरूरी होता है। किसानों की समस्याएं जमीन पर उतरे बिना और उनके बीच जाए बिना नहीं समझ्झी जा सकती। मैं इसीलिए आपके बीच आया हूं... आपको समझने की कोशिश कर रहा हूं।" कांग्रेस महासचिव ने किसानों से कहा कि कहा, "आप देश के लिए काम करते हो... पसीना बहाते हो... देश को भोजन देते हो, लेकिन जब आपकी जमीन ली जाती तो आपको बाजार से 10 गुना कम दाम दिया जाता है।" उन्होंने कहा, "शहर में जमीन बेचने पर उसे बाजार का भाव मिलता है लेकिन आप जब अपना हक मांगते हो तो उसे दबा दिया जाता है।" बाद में गौराला और गंगोली गांव जाकर किसानों से मिले। राहुल की पदयात्रा ने गौराला और गंगोली गांव के बाद मथुरा जिले के चांदपुर गांव में प्रवेश किया। ये सभी वह गांव हैं जिनसे होकर निर्माणाधीन यमुना एक्सप्रेस-वे गुजर रहा है। राहुल की पदयात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है मायावती सरकार पर उनके हमले तीखे होते जा रहे हैं। नोएडा एक्सटेंशन को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का हवाला देते हुए राहुल ने कहा कि देश की सबसे बड़ी अदालत द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को किसानों की जमीन वापस लौटाने का आदेश देने से साफ हो गया है कि मायावती सरकार की नीतियां कितनी गलत हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की नीयत में खोट है। वह किसानों को लूटने के बावजूद सीनाजोरी कर रही है। उन्होंने राज्य सरकार को किसानों को शोषण करके बिल्डरों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया। राहुल ने किसानों से कहा कि अगले विधानसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की जो सरकार आएगी वो किसानों और गरीबों की सरकार होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कई सहयोगी दलों के साथ चल रही है और अलग-अलग राज्यों की अलग-अलग समस्याएं हैं, लेकिन हम संसद में एक मजबूत संशोधित भूमि अधिग्रहण विधेयक लाएंगे जिसमें किसानों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण पर नया विधेयक बनाने में समय लगता है हालांकि केंद्र की सरकार इस पर काम कर रही है। यदि हम जल्दबाजी में विधेयक बनाएंगे तो वह गलत होगा। हम चाहते हैं कि जो विधेयक आये वह कम से कम आगामी तीस से चालीस सालों तक के लिए हो।


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