पीएम मोदी को मिले पुरस्कार पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कसा तंज. (फाइल फोटो)
खास बातें
- पीएम मोदी को मिले पुरस्कार पर राहुल गांधी ने किया कटाक्ष
- कहा-पुरस्कार इतना प्रसिद्ध है कि इसकी कोई ज्यूरी नहीं
- पीएम मोदी को 1 दिन पहले ही मिला है 'फिलिप कोटलर अवॉर्ड'
नई दिल्ली: प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को 'फिलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड' (Kotler Presidential Award) से सम्मानित किया गया. पुरस्कार के प्रशस्तिपत्र में कहा गया है कि नरेंद्र मोदी का चयन 'देश को उत्कृष्ट नेतृत्व' प्रदान करने के लिए किया गया है. इसके अनुसार, 'अथक ऊर्जा के साथ भारत के लिए उनकी निःस्वार्थ सेवा की वजह से देश ने बेहतरीन आर्थिक, सामाजिक और प्रौद्योगिकीय विकास किया है.' पीएम मोदी को मिले इस सम्मान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने तंज किया. राहुल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पुरस्कार इतना प्रसिद्ध है कि इसकी कोई ज्यूरी नहीं है और इससे पहले किसी को दिया नहीं गया था.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'मैं अपने प्रधानमंत्री जी को कोटलर प्रेसिडेंशियल अवार्ड (Kotler Presidential Award) हासिल करने की बधाई देता हूं.' उन्होंने तंज किया, 'यह पुरस्कार इतना प्रसिद्ध है कि इसकी कोई ज्यूरी नहीं है, पहले किसी को दिया नहीं गया और अलीगढ़ की एक गुमनाम कंपनी द्वारा समर्थित है. इसके इवेंट साझेदार: पतंजलि और रिपब्लिक टीवी हैं.'
वहीं, राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने लिखा, 'परम आदरणीय प्रधानमंत्री जी को अद्वितीय अनोखा, अनूठा और अद्भुत अवार्ड मिलने पर कोटि-कोटि बधाई.'
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दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी को यह पुरस्कार सोमवार को प्रदान किया गया. प्रधानमंत्री कार्यालय से सोमवार को जारी बयान में कहा गया कि यह पुरस्कार तीन आधार रेखा 'पीपुल, प्रॉफिट और प्लानेट' पर केंद्रित है. यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष किसी देश के नेता को प्रदान किया जाएगा. पुरस्कार के प्रशस्तिपत्र में कहा गया है कि नरेंद्र मोदी का चयन, 'देश को उत्कृष्ट नेतृत्व' प्रदान करने के लिए किया गया है.
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बता दें कि पीएम मोदी को मिले सम्मान के प्रशस्तिपत्र में कहा गया है कि मोदी के नेतृत्व में भारत की पहचान अब नवाचार और मूल्यवर्धित विनिर्माण (मेक इन इंडिया) के साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी, लेखांकन एवं वित्त जैसे पेशेवर सेवाओं के केंद्र के रूप में उभरी है. प्रशस्ति पत्र में यह भी कहा गया है कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व की वजह से सामाजिक लाभ और वित्तीय समावेशन के लिए विशिष्ट पहचान संख्या, आधार सहित डिजिटल क्रांति (डिजिटल इंडिया) हो सकी. प्रशस्ति के अनुसार इसमें मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्वच्छ भारत जैसी पहलों की चर्चा की गई है, जिससे 'भारत पूरी दुनिया के सबसे आकर्षक विनिर्माण एवं व्यापार केंद्रों में से एक के रूप में उभरा है.' प्रोफेसर फिलिप कोटलर नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी, केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में मार्केटिंग के एक विश्व प्रसिद्ध प्रोफेसर हैं.
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