यह ख़बर 20 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

रेलवे घूसकांड : बंसल को क्लीन चिट दिए जाने पर कोर्ट ने उठाए सवाल

खास बातें

  • कोर्ट ने कहा है कि ट्रायल के दौरान पूर्व रेलमंत्री पवन बंसल की भूमिका की जांच के आदेश दिए जा सकते हैं। हालांकि सीबीआई ने कहा है कि जज ने सीबीआई की जांच पर किसी तरह की तीखी टिप्पणी नहीं की है।
नई दिल्ली:

रेलवे रिश्वत कांड में पूर्व रेलमंत्री पवन बंसल को क्लीन चिट दिए जाने पर कोर्ट ने सवाल उठाए हैं और कहा है कि ट्रायल के दौरान बंसल की भूमिका की जांच के आदेश दिए जा सकते हैं।

इस मामले में पवन बंसल के भांजे विजय सिंगला पर रेलवे के अधिकारी महेश कुमार से रिश्वत लेने का आरोप है। महेश कुमार ने यह पैसा मनचाही पोस्टिंग लेने के लिए दिया था। महेश कुमार पर आरोप है कि उन्हें रेलवे में मेंबर इलेक्ट्रिकल का पद चाहिए था, ताकि वह बेंगलुरु की एक कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिला सकें। इसी कंपनी का मालिक महेश कुमार को रिश्वत की रकम दे रहा था, जो पवन बंसल के भांजे विजय सिंगला को जाना था।

सीबीआई ने कोर्ट में कहा कि उनके पास पूर्व रेलमंत्री पवन बंसल के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं है। पवन बंसल सीबीआई की तरफ से गवाह के रूप में कोर्ट में पेश होने वाले हैं। एनडीटीवी के हाथ इस मामले से जुड़ी कुछ एक्सक्लूसिव जानकारी लगी है। सीबीआई जज स्वर्णकांत शर्मा ने सीबीआई को फटकार लगाई है और कहा है कि इस मामले में पवन बंसल की भूमिका की भी जांच की जा सकती थी।

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इस पूरे मामले पर सीबीआई ने सफाई दी है। सीबीआई ने कहा है कि जज ने सीबीआई की जांच पर किसी तरह की तीखी टिप्पणी नहीं की है और सिर्फ यह सवाल किया है कि मंजूनाथ से जुड़े दो लोगों की गिरफ्तारी पहले क्यों नहीं की गई।