कैग की रिपोर्ट में रेल की पटरी के रख-रखाव में खामियों का खुलासा

रिपोर्ट के अनुसार 37 चयनित खंडों की समीक्षा में पाया गया है कि पटरी के रख-रखाव कीव्यवस्था मजबूत किए जानेऔर निर्धारित नियम व निर्देशों के तहत उन पर अमल किए जाने की जरूरत है.

कैग की रिपोर्ट में रेल की पटरी के रख-रखाव में खामियों का खुलासा

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली:

देश में रेल पटरियों की सुरक्षा और रख-रखाव को लेकर कैग की रिपोर्ट में चिंता व्यक्त की गई है. संसद में पेश कैग की एक रिपोर्ट में पटरियों के रख- रखाव की योजनाओं, निरीक्षणकार्यक्रमों और पटरी में खामी ढूंढने के लिए खरीदी गयी उन्नत मशीनों के इस्तेमाल में कमियों का जिक्र किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2014-15 से 2016-17 के बीच पांच रेल खंडों दक्षिणी- पश्चिमी रेलवे, उत्तरी- मध्य रेलवे, पूर्वी- मध्य रेलवे, दक्षिणी- पूर्वी रेलवे और दक्षिणी रेलवे में पटरियों के रख- रखाव में कमियों के कारण रेलगाड़ियों के पटी से उतरने की कुल 16 घटनाएं सामने आई.

यह भी पढ़ें: भारत के इन 5 स्टेशनों पर सिर्फ महिलाओं का कब्जा, World Record में नाम है शामिल

पटरी में खामी का असर रेल के परिचालन पर भी पड़ा. रिपोर्ट के अनुसार 37 चयनित खंडों की समीक्षा में पाया गया है कि पटरी के रख-रखाव कीव्यवस्था मजबूत किए जानेऔर निर्धारित नियम व निर्देशों के तहत उन पर अमल किए जाने की जरूरत है. इसके बाबत निर्देश भी दिए गए हैं. कैग ने कई मामलों पाया है कि पटरियों का निरीक्षण रेल अधिकारियों द्वारा तय किए गए कार्यक्रम के अनुसार नहीं किया जा रहा है.

VIDEO: रेलवे में नहीं मिल रही है युवाओं को नौकरी.


रिपोर्ट में कहा गया कि उत्तरी- मध्य रेलवे और पूर्वी- मध्य रेलवे में रख- रखाव की योजना तैयार नहीं थी. दक्षिणी- पूर्वी रेलवे में निरीक्षण में कमियां पाई गई हैं. कैग ने कहा कि गश्त लगाने वाले लोगों के पास किसी खामी या पटरी के टूटे होने की तत्काल सूचना देने के लिए कोई उपकरण नहीं होते हैं. (इनपुट भाषा से)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com