नई दिल्ली: चलती ट्रेन में दौड़कर नवजात शिशु के लिए दूध का पैकेट पहुंचाने के मामले में साहस का परिचय देने वाले रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) का कांस्टेबल इंदर सिंह यादव की रेल मंत्री पीयूष गोयल ने जमकर प्रशंसा की है.उन्होंने इस कार्य के लिए कांस्टेबल को नकद पुरस्कार दिए जाने का ऐलान किया है. गौरतलब है कि कांस्टेबल यादव चार माह के नवजात के वास्ते दूध का पैकेट देने के लिए ट्रेन के पीछे दौड़ पड़े थे और ट्रेन के गति पकड़ने के बावजूद नवजात की मां की इस मामले में मदद करने में सफल रहे थे. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आरपीएफ कांस्टेबल इंदर सिंह यादव ने ड्यूटी के दौरान प्रशंसनीय कार्य किया जब वह चार महीने के नवजात के वास्ते दूध देने के लिए ट्रेन के पीछे दौड़ पड़े. उन्होंने कहा, “उनकी नेकदिली के लिए मैंने नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है.”
मंत्रालय की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है,“ आरपीएफ कांस्टेबल इंदर सिंह यादव (33) ने ड्यूटी के दौरान अनुकरणीय प्रदर्शन किया जब वह चार महीने के नवजात के वास्ते दूध देने के लिए ट्रेन के पीछे दौड़ पड़े.” दरअसल, 31 मई को शरीफ हाशमी अपने पति हसीन हाशमी और चार माह के शिशु के साथ श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बेलगाम से गोरखपुर जा रही थीं. पिछले किसी भी स्टेशन पर दूध न मिलने के कारण उनका शिशु रो रहा था.
आरपीएफ कांस्टेबल इंदर सिंह यादव के साहस को रेल मंत्री ने सराहा है
ऐसे में बच्चे की मां ने कांस्टेबल से सहायता मांगी. यादव ने भोपाल रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित एक दुकान से तत्काल दूध का पैकेट खरीदा लेकिन तब तक ट्रेन चल चुकी थी लेकिन कांस्टेबल इंदर सिंह ने मानवता और साहस का परिचय देते हुए ट्रेन के पीछे दौड़ लगाई और महिला को दूध का पैकेट थमाकर ही माने. रेलवे प्लेटफार्म पर यह पूरी घटना CCTV कैमरे में में कैद हो गई.