खास बातें
- रेलवे की दो सबसे बड़ी यूनियनों ने धमकी दी है कि अगर रेल किराए बढ़ाए जाने के फैसले को वापस लिया जाता है तब वह देशभर में प्रदर्शन करेंगी। 14 लाख कमर्चारी इन यूनियनों के सदस्य हैं।
नई दिल्ली: रेलवे की दो सबसे बड़ी यूनियनों ने धमकी दी है कि अगर रेल किराए बढ़ाए जाने के फैसले को वापस लिया जाता है तब वह देशभर में प्रदर्शन करेंगी। 14 लाख कमर्चारी इन यूनियनों के सदस्य हैं।
रेलवे यूनियनों का कहना है कि वह दिनेश त्रिवेदी के लिए नहीं लड़ रहे हैं। उनकी लड़ाई रेलवे की खस्ता हालत को सुधारने के लिए है क्योंकि रेलवे बेहद मुश्किलों के दौर से गुजर रहा है।
रेलवे यूनियनों के मुताबिक दिनेश त्रिवेदी का रेल किराया बढ़ाए जाने का फ़ैसला एकदम सही है। दो बड़ी यूनियनों के साथ तीन और रेलवे यूनियन भी इस संभावित प्रदर्शन को समर्थन दे सकती हैं। आखिरी बार रेलवे यूनियन का प्रदर्शन 1974 में हुई थी।