यह ख़बर 18 जून, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बारिश से तबाही : उत्तराखंड, हिमाचल में मरने वालों की संख्या 130 के पार

खास बातें

  • उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में आसमान से बरसी कयामत में 130 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं और दोनों राज्यों के तीर्थस्थानों में 70 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री फंसे हुए हैं।
रुद्रप्रयाग / देहरादून / शिमला:

हिंदुओं के लिए बैकुंठ धाम का मार्ग समझे जाने वाले केदारनाथ मंदिर में बारिश का पानी और कीचड़ भर गया, जहां अचानक आई अभूतपूर्व बाढ़ में 50 लोगों की मौत हो गई। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में आसमान से बरसी कयामत में 130 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं और दोनों राज्यों के तीर्थस्थानों में 70 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री फंसे हुए हैं।

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित चार धाम में से एक केदारनाथ मंदिर पर बारिश का कहर सबसे ज्यादा टूटा। इलाके में बहुत से तीर्थयात्रियों सहित करीब 500 लोग लापता बताए जाते हैं।

उखीमठ के अनुमंडलीय मजिस्ट्रेट राकेश तिवारी ने केदारनाथ से लौटने के बाद संवाददाताओं को बताया कि मंदिर से सटे इलाकों में करीब 50 लोगों के शव पड़े हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन फिलहाल उन लोगों पर ध्यान दे रहा है, जो जिंदा हैं और मुसीबत में हैं। उन्होंने कहा कि पानी उतरने के बाद जब राहत दल प्रभावित इलाकों में पहुंचेंगे तो मरने वालों की तादाद में भारी इजाफा हो सकता है।

केदारनाथ मंदिर परिसर का एक हिस्सा बाढ़ के पानी में बह गया, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि मंदिर के ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

मंदिर के नजदीक स्थित राम बाड़ा इलाका, जहां हमेशा चहल पहल रहा करती थी, इस समय पूरी तरह पानी में डूबा हुआ है और राहत हेलीकाप्टरों को यहां पानी के अलावा कुछ दिखाई नहीं दे रहा है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

सेना की केन्द्रीय कमान के अधिकारियों ने बताया कि केदारनाथ में 6,000 से 8,000, हेमकुंड साहिब में 2,500 और बद्रीनाथ में करीब 8,000 लोग फंसे हुए हैं।