कांग्रेस ने पायलट से छीना मंत्री पद, CM पहुंचे राज्यपाल के पास, BJP का आखिरी दांव फ्लोर टेस्ट : पढ़ें 10 बड़ी बातें

कांग्रेस ने कहा, शीर्ष नेतृत्व राहुल, सोनिया ने दूसरे नेताओं ने सचिन पॉयलट से दर्जनों बार बात की. हमने कहा कि खुले दिल से कहा कि आप वापस आईये.

कांग्रेस ने पायलट से छीना मंत्री पद, CM पहुंचे राज्यपाल के पास, BJP का आखिरी दांव फ्लोर टेस्ट : पढ़ें 10 बड़ी बातें

कांग्रेस ने बैठक के बाद सचिन पायलट को मंत्री पद से हटाने का ऐलान किया

जयपुर: Ashok gehlot vs Sachin Pilot: राजस्थान में पिछले 4 दिनों के अंदर जमकर सियासी घमासान हुआ. रविवार को नाराज सचिन पायलट (Sachin Pilot) के दिल्ली पहुंचने के से शुरू हुआ सिलसिला आज सचिन समेत 3 कांग्रेस विधायकों को मंत्री पद पर हटाने तक आ पहुंचा है. कुल मिलाकर यह मामला एक बार फिर बीजेपी बनाम कांग्रेस (BJP vs Congress) का हो गया है. कांग्रेस ने आरोप लगाए हैं कि बीजेपी, अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार को गिराने की साजिश रच रही है. दूसरी मीटिंग में कांग्रेस ने सचिन पायटलट (Sachin Pilot) को आमंत्रित किया था लेकिन सचिन पहले ही अपने तेवरों से पार्टी को साफ कर चुके थे कि वह इस बार आर या पार के मूड में है. लिहाजा वह मीटिंग में नहीं पहुंचे. जिसके परिणामस्वरुप उन्हें न सिर्फ मंत्री पद से हटा दिया गया बल्कि पार्टी में दिए गए विभिन्न ओहदों से भी हटा दिया गया. पूरी प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के नेता सचिन के बजाय बीजेपी के खिलाफ ज्यादा आक्रामक नजर आए. उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक षड्यंत्र के तहत राजस्थान की चुनी हुई सरकार (Ashok Gehlot) को गिराने की साज़िश की गई है. भाजपा ने धनबल, सत्ता बल, ईडी और इनकम टैक्स विभाग का गलत इस्तेमाल किया गया है. पूरे देश ने देखा कि अशोक गहलोत सरकार के विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई. सचिन और कुछ विधायक भ्रमित होकर सरकार गिराने की साज़िश में शामिल हो गए. ये राजस्थान के स्वाभिमान को चुनौती देना है.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. तमाम गहमागहमी के बीच कांग्रेस की बैठक (Congress Meeting) में सचिन पायलट (Sachin Pilot), विश्वेंद्र सिंह (Vishvendra Singh) और रमेश मीणा (Ramesh Meena) को मंत्रिपद से हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया. 

  2. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान के चार दिन के घटनाक्रम से सब परिचित हैं. BJP ने एक षड्यंत्र के तहत राजस्थान की चुनी हुई सरकार को गिराने की साज़िश की गई है. भाजपा ने धनबल, सत्ता बल, ईडी और इनकम टैक्स विभाग का गलत इस्तेमाल किया गया है. पूरे देश ने देखा कि अशोक गहलोत सरकार के विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई. 

  3. सचिन (Sachin Pilot) और कुछ विधायक भ्रमित होकर सरकार गिराने की साज़िश में शामिल हो गए. उन्हें मानेसर में कैद कर रखा गया है. ये राजस्थान के स्वाभिमान को चुनौती देना है. साथ ही उन्होंने कहा, शीर्ष नेतृत्व राहुल, सोनिया ने दूसरे नेताओं ने सचिन पॉयलट से दर्जनों बार बात की. हमने कहा कि खुले दिल से कहा कि आप वापस आईये. जो परिवार में बैठ कर सब सुलझाएंगे. 

  4. रणदीप सुरजेवाला ने जानकारी देते हुए बताया कि सचिन पायलट को राजस्थान कांग्रेस प्रमुख पद से भी हटाया गया है. गोविंद सिंह दोस्तारा होंगे नए प्रदेश अध्यक्ष. इसके विधायक गणेश घोघरा को यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. हेमसिंह शेखावत को कांग्रेस सेवा दल का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया. 

  5. रणदीप सुरजेवाला ने कहा  जो ताकत कांग्रेस नेतृत्व ने सचिन पायलट को इतनी कम उम्र में इतनी ताकत दी उतना कहीं नहीं हुआ. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के पास इस वक्त 102 विधायकों का समर्थन है. जिसमें BTP और निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं. 

  6. कांग्रेस की बैठक के बाद अशोक गहलोत राज्यपाल से मुलाकात करने के लिए राजभवन पहुंचे, लेकिन इसी बीच BTP के विधायकों ने वीडियो जारी कर कहा कि हमें कैद करके रखा गया है. अगर BTP के विधायक सचिन खेमे में चले जाते हैं तो गहलोत खेमे के पास 100 विधायकों का समर्थन ही बाकी रह जाएगा. उन्हें बहुमत साबित करने के लिए 101 विधायकों की जरूरत है. 

  7. इस पूरे मामले पर बीजेपी ने बयान जारी करके कहा है कि अब विधायकों की परेड की अंतिम विकल्प है. 

  8. बीजेपी के सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी ने पायलट से किसी भी तरह का वादा नहीं किया है. बीजेपी कोई कदम ले उससे पहले सचिन को अपनी स्थिति साफ करनी होगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पायलट की अगुवाई को लेकर वसुंधरा राजे से चर्चा अभी बाकि है. मुख्यमंत्री पद के लिए फैसला विधायकों द्वारा ही लिया जाएगा.

  9. अशोक गहलोत के करीबियों पर आयकर विभाग का छापा दूसरे दिन भी जारी है. तीनों ग्रुपों पर आयकर विभाग की छापेमारी अभी जारी है. अभी तक की छापेमारी में लाखों रुपए कैश और अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं जिनमें विदेशों से भी पैसों का लेनदेन शामिल है. 

  10. मामले की शुरुआत रविवार को तब हुई जब सचिन पायलट अपने समर्थकों के साथ दिल्ली पहुंचे. सूत्रों ने दावा किया कि वह बीजेपी के नेताओं के संपर्क में हैं तो वहीं सचिन ने साफ किया वह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे.